शिवगंज में वीनस मेडिकल से 50-70 हजार रुपए में रेमडेसिवर का एक इंजेक्शन बेचे जाने की सूचना मिली। जबकि यह इंजेक्शन सिर्फ सरकारी अस्पताल में ही कोविड-19 मरीज को लगाए जा रहे हैं और इनकी कीमत भी 4800 रुपए है। एसओजी के निरीक्षक जब्बरसिंह, कांस्टेबल धर्मेन्द्र व रामाकिशन ने ग्राहक बन दो दिन रैकी के बाद दुकानदार से सम्पर्क किया था। कर्मचारी प्रवीण ने क्षितिज के मोबाइल नम्बर देकर व्हॉट्सऐप पर बात करने की नसीहत दी। फर्जी ग्राहक बने एसओजी ने रिश्तेदार के एम्स में भर्ती होने व ऑक्सीजन लेवल 80 व सीटी स्कोर 17 होना बताकर रेमडेसिवर इंजेक्शन की जरूरत बताई। दुकानदार ने साठ हजार रुपए प्रति इंजेक्शन रेट बताई। फिर 50 हजार रुपए प्रति इंजेक्शन के हिसाब से 5-6 इंजेक्शन देने पर सहमति बनी।
दुकानदार ने शनिवार को दुकान बुलाया, जहां पहुंचकर फर्जी ग्राहक बने कांस्टेबल धर्मेन्द्र व रामाकिशन ने दस हजार रुपए अग्रिम दिए। तभी इशारा मिलते ही एसओजी निरीक्षक जब्बरसिंह ने दबिश देकर क्षितिज व प्रवीण को पकड़ लिया। तलाशी में दुकान की दराज से रेमडेसिवर के आठ इंजेक्शन जब्त किए गए थे।