परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्रालय की डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सुषमा दुरेजा की अगुवाई में टीम ने अस्पतालों में टीकाकरण, दवाइयां, स्टॉक, मैनपॉवर, सफाई, आईईसी, ओपीडी, आईपीडी, लाइन-लिस्टिंग आदि का गहनता से निरीक्षण किया और रिपोर्टिंग में आ रहे गेप आदि को दुरस्त करने की बात कही। साथ ही एमएमयू वैन का निरीक्षण किया वैन उपलब्ध उपयुक्त संस्थानों का भौतिक निरीक्षण किया।
टीम ने चार दिन जिले में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया और इन चार दिन में नजर आई कमियों की उम्मेद अस्पताल के सभागार में विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक में समीक्षा की। टीम सदस्यों ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार करने बाकी हैं।
बैठक में जिला प्रजजन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बलवंत मण्डा, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. पीआर गोयल, उम्मेद अस्पताल अधीक्षक डॉ. रजना देसाई, पावटा अस्पताल अधीक्षक अशोक राठौड़, डीपीएम अमनदीप चौधरी सहित जिले के सभी बीसीएमओ और बीपीएम मौजूद रहे।
सीआरएम टीम में टीम लीडर डॉ. सुषमा दुरेजा के साथ डॉ. नरेंद्र गोस्वामी, डॉ. विवेक मिश्रा, डॉ. आरती, पुमानी कलिटा, डॉ. सोनालिनी खेतरपाल, एनसीडी स्टेट नोडल अधिकार डॉ. आरएन मीना, एनयूएचएम के स्टेट कंसलटेंट शशांक पाठक शामिल रहे।
नर्सेज ने कृषि राज्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित विभिन्न अस्पतालों में नर्सेज की मांगों को लेकर राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत को ज्ञापन सौंपा।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष पीयूष ज्ञानी ने बताया कि मथुरादास माथुर अस्पताल, महात्मा गांधी चिकित्सालय, उम्मेद अस्पताल जोधपुर में नर्सेज के कुल 1995 स्वीकृत पदों में से 1063 पद रिक्त हैं। अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें, जयपुर ने मथुरादास माथुर अस्पताल से 25, महात्मा गांधी चिकित्सालय से 17, उम्मेद अस्पताल जोधपुर से 15, सेटेलाईट अस्पताल मण्डोर से 2, जिला अस्पताल पावटा से 2, सेटेलाईट अस्पताल चौहा बोर्ड से 1, सेटेलाइट अस्पताल प्रतापनगर से 1 सहित 63 नर्सेज को पदोन्नति के बाद बाहर लगा दिया है।
इससे संबंद्ध अस्पतालों में नर्सेज की भारी कमी हो गई है। पूर्व में भी नर्सेज की कमी को देखते हुए व्यवस्था संचालन के लिए पदोन्नत नर्सेज को यथावत रखते हुए समायोजित किया था। इसलिए वर्तमान में बाहर भेजे गए नर्सेज को पूर्व स्थानों पर यथावत रखा जाए।
प्रतिनिधिमण्डल में पीयूष ज्ञानी, नटवर भार्गव, कविता गौड़, इकबाल एच कायमखानी, विजेन्द्र सिंह मेड़तिया, श्याम लाल शर्मा, लोकेन्द्र सिंह, शशि, बीनू गुप्ता, भगवती कच्छवाहा, विम्मी मिश्रा, रामनिवास टाक सहित सभी पदोन्नत नर्सेज शामिल थी।