परीक्षा में टॉपर रहे भवानीसिंह चारण सहित 725 अभ्यर्थियों को आठ महीने बाद भी नियुक्ति नहीं मिली। नियुक्ति मिलेगी भी या नहीं, इसी उहापोह में चारण ने हाल ही में आई आरएएस-2018 भर्ती में भी आवेदन पत्र भरा है। एक टॉपर नौकरी नहीं मिलने के कारण फिर से उसी परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर है।
कार्मिक विभाग व आरपीएससी के मत अलग-अलग
कार्मिक विभाग ने आरपीएससी को सभी 19 अभ्यर्थियों की मुख्य परीक्षा लेने की सलाह दी है, लेकिन आरपीएससी यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि उससे गलती हुई है। वह सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है। —
आरएएस-2018 का फॉर्म भरा है। अगर आरएएस-2016 में नियुक्ति मिल गई तो परीक्षा नहीं दूंगा। वरना फिर से आरएएस की परीक्षा में बैठना ही पड़ेगा। भवानी सिंह चारण, आरएएस-2016 टॉपर
हम तो नियुक्तियां देने के लिए तैयार बैठे हैं। कुछ अभ्यर्थियों की परीक्षा वापस करवानी हैं, इसलिए आरपीएससी संभवत: अब सुप्रीम कोर्ट में जाएगी, तब तक सफल अभ्यर्थियों की नियुक्तियों के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।
राज्य सरकार व विधि विशेषज्ञ से सलाह के बाद फुल बैंच इसका निर्णय करेगी। उम्मीद है जल्द ही इसका निर्णय हो जाएगा। -शिवसिंह राठौड़ सदस्य, आरपीएससी