जोधपुर

रुपए ट्रांसफर होने के 24 से 48 घंटे में वापस जमा हो सकते हैं रुपए : पुलिस

– ऑनलाइन ठगी से आमजन को बचाने व जागरूक करने के लिए पुलिस का अभियान- चार शिक्षण संस्थानों में तीन हजार अभिभावक, विद्यार्थियों व शिक्षकों को बताए बचाव के तरीके- पांच यूनिपोल पर साइबर अपराध से बचने की सावधानियों के होर्डिंग लगाए

जोधपुरJan 29, 2020 / 01:53 am

Vikas Choudhary

रुपए ट्रांसफर होने के 24 से 48 घंटे में वापस जमा हो सकते हैं रुपए : पुलिस

जोधपुर.
यदि किसी व्यक्ति के साथ ऑनलाइन ठगी हुई है। उसके खाते या वॉलेट से किसी अन्य खाते में धोखे से राशि ट्रांसफर हो गई है तो पुलिस २४ से ४८ घंटे में यह राशि वापस दिला सकती है। एेसा होते ही पीडि़त को तुरंत ही संबंधित पुलिस स्टेशन जाकर पूरी जानकारी देनी होगी। पुलिस पीडि़त के खाते की पूरी जानकारी लेकर एक फार्म भरकर पुलिस उपायुक्त या एसपी ऑफिस भेजेगी, जहां से बैंक को भेजकर भुगतान रुकवाया जा सकेगा। साथ ही खाताधारक को यह राशि वापस भी मिल सकेगी।
गत कई दिनों से साइबर अपराध बढऩे व आमजन के खातों से राशि निकलने के बाद पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) प्रीति चन्द्रा के निर्देशन में कमिश्नरेट की ओर से चार शिक्षण संस्थाओं में तीन हजार से अधिक विद्यार्थियों, शिक्षकों व अभिभावकों को यह जानकारी दी गई।
बचाव के लिए पांच यूनिपोल पर होर्डिंग लगाए
आमजन को एेसे अपराधों से सावचेत करने के लिए प्रतापनगर थानाधिकारी अमित सिहाग की ओर से अलग-अलग जगहों पर पांच यूनिपोल में साइबर अपराध से बचने की जानकारी वाले होर्डिंग लगाए गए हैं।
चार शिक्षण संस्थाओं में तीन हजार को दी जानकारी
– २४ जनवरी : देवनगर थानाधिकारी सत्यप्रकाश ने चौहाबो स्थित सेन्ट्रल अकादमी स्कूल के वार्षिकोत्सव में पांच सौ से अधिक शिक्षकों व अभिभावकों को ऑनलाइन ठगी से बचाव की जानकारी दी।
– २७ जनवरी : सरदारपुरा थानाधिकारी लिखमाराम ने कमला नेहरू कॉलेज में छात्रसंघ की ओर से आयोजित महोत्सव में दो हजार से अधिक छात्राओं व व्याख्याताओं को साइबर अपराध व इनसे बचने के टिप्स बताए।
– २७ जनवरी : देवनगर थानाधिकारी सत्यप्रकाश ने कृषि विश्वविद्यालय में अंतर महाविद्यालय सांस्कृतिक व साहित्यिक स्पर्धा २०२० के उद्घाटन समारोह में जोधपुर, नागौर व पाली के तीन सौ से अधिक कृषि स्नातक व स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को साइबर अपराध से बचने की जानकारी दी।
– २७ व २८ जनवरी : देवनगर थानाधिकारी सत्यप्रकाश ने मौलाना अब्दुल कलाम आजाद स्कूल परिसर में बीएड के चार सौ से अधिक छात्र व छात्राओं को दो घंटे तक व्याख्यान देकर ऑनलाइन ठगी से बचाव के बारे में अवगत कराया।
साइबर अपराध से बचने के लिए यह रखें ध्यान…
– अपने बैंक खाते की जानकारी किसी को भी न बताएं।

– सोशल साइट्स या मोबाइल में आने वाले अनजान लिंक पर क्लिक कभी न करें। न ही अनजान व्यक्ति के बताए एेप पर क्लिक करें।
– टोल फ्री नम्बर की पूरी तरह जांच के बाद ही कॉल करें।
– एटीएम कार्ड का पिन नम्बर यानि पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें। उसे किसी के साथ साझा न करें।
– फ्रॉड होने पर तुरंत ही कार्ड ब्लॉक कराएं। साथ ही नजदीकी थाने में तुरंत शिकायत दर्ज कराएं। रिपोर्ट में नाम, पता, खाता नम्बर, मोबाइल नम्बर व ठग के फोन नम्बर आदि की जानकारी दें।
– पेटीएम को केवाइसी अपडेट के नाम पर आने वाले कॉल फ्रॉड हो सकते हैं। इसके लिए पेटीएम की अधिकृत वेबसाइट से ही जानकारी लेनी चाहिए।
– सोशल मीडिया के मार्फत आपका कोई परिचित रुपए ट्रांसफर करने का कहे तो एेसा करने से पहले उस परिचित से बात अवश्य की जाएं।
– फेसबुक, ई-मेल आइडी व अन्य सोशल मीडिया अकाउंट के लिए सैकण्ड स्टेप एक्टिव रखें।
– ओएलएक्स पर अपलोड सामग्री के लिए बिना जांच पड़ताल अग्रिम भुगतान कभी न करें।

– एकांत में लगे एटीएम इंसर्ट मशीन में कोई चिप कार्य करने का अंदेशा हो तो तुरंत ही संबंधित शाखा में सम्पर्क करें।
– किसी भी अज्ञात कम्प्यूटर पर ऑनलाइन अकाउंट खोलने पर पासवर्ड चोरी होने का खतरा रहता है।
– सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाले संदेश व वीडियो को बगैर जांच के बाद फॉरवर्ड न करें।
– साइबर अपराध संबंधी शिकायत ऑनलाइन www.cybercrime.gov.in पर भी दर्ज कराई जा सकती है।

– एटीएम या क्रेडिट व अन्य कार्ड बंद करने के संबंध में आपके पास कॉल आने पर संबंधित बैंक जाकर जानकारी लें।
– सोशल साइट व एेप के यूजर नेम और पासवर्ड मोबाइल में कभी नहीं रखें।
– खुद का मोबाइल किसी अन्य को कभी न दें। अन्यथा आपके फोन के मार्फत साइबर अपराध घटित हो सकता है।
– अपराध होने पर पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर के हेल्पलाइन नम्बर ९५३०४४०८०० पर शिकायत करें।

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