राज्य के दूसरे बड़े शहर जोधपुर के सरकारी अस्पतालों में ज्यादातर सीनियर डॉक्टर आउटडोर डे के दिन समय पर दिखाई नहीं देते। कई डॉक्टरों को सरकारी अस्पताल से ज्यादा घर में चलने वाले निजी क्लिनिक के मरीजों की ज्यादा चिंता रहती है। हालांकि घर या सरकारी क्वार्टर में निजी क्लिनिक लगा कर मरीज देखना अपराध नहीं है, मगर निजी चिकित्सालय में जाकर मरीज देखना और ऑपरेशन करना जरूर नियम विरुद्ध है। राज्य सरकार ने कुछ एेसे ही चिकित्सकों पर लगाम लगाने के लिए ‘फ्लाइंग स्क्वायडÓ गठित की है, जो सरकारी अस्पताल के बजाय बाहरी निजी चिकित्सालयों में सेवा देने वाले चिकित्सकों पर पैनी नजर रखेगी। इसके लिए संभागीय आयुक्त के निर्देशन में कमेटी गठित हो चुकी है।अब किसे दोष देंगे?
जोधपुर के कई डॉक्टरों पर आरोप है कि वे निजी चिकित्सालयों में सेवाएं देते हैं, हालांकि इन पर आज तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई। राज्य सरकार ने इस आदेश में हवाला देते हुए कहा कि कई राजकीय चिकित्सकों की निजी अस्पतालों में उपस्थिति के दौरान मरीजों की मृत्यु के प्रकरण सामने आए हैं।
संभागीय आयुक्त ने बनाई कमेटी
इस संबंध में जोधपुर के संभागीय आयुक्त रतन लाहोटी के निर्देशन में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। कमेटी में दो एडीएम स्तर के अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा एक आचार्य स्तर का चिकित्सक शिक्षक भी शामिल किया गया है, जो प्रिंसिपल ने नामित किया है। हालांकि इनके नाम फिलहाल गोपनीय रखे गए है। जानकारी के अनुसार अस्पतालों के हालात सुधारने के लिए भी पूर्व में एक फ्लाइंग स्क्वाड कमेटी गठित हुई थी, जो प्रिंसिपल को व्यवस्थाओं के बारे में रिपोर्ट दे रही थी।
इस संबंध में जोधपुर के संभागीय आयुक्त रतन लाहोटी के निर्देशन में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। कमेटी में दो एडीएम स्तर के अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा एक आचार्य स्तर का चिकित्सक शिक्षक भी शामिल किया गया है, जो प्रिंसिपल ने नामित किया है। हालांकि इनके नाम फिलहाल गोपनीय रखे गए है। जानकारी के अनुसार अस्पतालों के हालात सुधारने के लिए भी पूर्व में एक फ्लाइंग स्क्वाड कमेटी गठित हुई थी, जो प्रिंसिपल को व्यवस्थाओं के बारे में रिपोर्ट दे रही थी।
निजी अस्पतालों का करेगी निरीक्षण संभागीय आयुक्त की ओर से गठित फ्लाइंग स्क्वाड कमेटी निजी अस्पतालों का जाकर निरीक्षण करेगी। यह कमेटी समय-समय पर अपनी पालना रिपोर्ट संभागीय आयुक्त के समक्ष पेश करेगी। संभागीय आयुक्त यह रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजेंगे।
इन विभागों के डॉक्टरों की शिकायत डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज चिकित्सक शिक्षकों की शिकायत है कि वे भी निजी चिकित्सालयों में जाकर सेवाएं दे रहे हैं। इस मामले में गेस्ट्रोएंटोलॉजी, सर्जरी, शिशु रोग विभाग व यूरोलॉजी सहित अन्य विभागों के चिकित्सक शिक्षकों के नाम शामिल हैं।
इनका कहना है
इस मामले में हमने ‘फ्लाइंग स्क्वाडÓ कमेटी गठित कर दी है, जो निजी चिकित्सालयों में सेवा देने वाले चिकित्सक शिक्षकों पर नजर रखेगी। – रतन लाहोटी, संभागीय आयुक्त जोधपुर
इस मामले में हमने ‘फ्लाइंग स्क्वाडÓ कमेटी गठित कर दी है, जो निजी चिकित्सालयों में सेवा देने वाले चिकित्सक शिक्षकों पर नजर रखेगी। – रतन लाहोटी, संभागीय आयुक्त जोधपुर