ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोपालसिंह लखावत ने बताया कि मूलत: अलवर हाल डीपीएस-सांगरिया बाइपास पर पाŸवनाथ सिटी निवासी महिपाल यादव एम्स में सीनियर नर्सिंगकर्मी है। वह स्थाई कर्मचारी है। अलवर एसीबी की सूचना पर जोधपुर की एसीबी ने उसे गुरुवार रात घर से पकड़ा था। तलाशी लेने पर घर से 80 हजार रुपए व बेरोजगार युवकों की एक सूची मिली। जिनमें 15-17 युवकों के नाम थे। इनमें से नौ जनों का वह अलवर मेडिकल कॉलेज में संविदा कर्मचारी के तौर पर चयन करवा चुका है। प्रत्येक से चार महीने की तनख्वाह अग्रिम ली गई थी। यह राशि संविदाकर्मी लगाने वाली कम्पनी के लिए थी। बदले में उसे कमीशन मिलना था। रात को उसे लेकर एसीबी अलवर रवाना हुई, जहां जांच अधिकारी को शुक्रवार सुबह आरोपी सौंप दिया गया।