ऐसे में सोमवार की जलापूर्ति मंगलवार दोपहर बाद कम दबाव से और मंगलवार को को होने वाली जलापूर्ति बुधवार को होगी। 24 घंटे के शटडाउन के बाद जलापूर्ति सामान्य होने में करीब 3 दिन लगते हैं। लोगों को शिकायत रहती है कि शटडाउन के बाद प्रस्तावित दिन पानी नहीं आया।राजीव गांधी नहर में मई माह में क्लोजर पूरा होने के बाद कायलाना और तख्तसागर में 15 से 20 दिन की जलापूर्ति का पानी संग्रहीत करने के प्रयास सफल नहीं हुए। इसीलिए सितम्बर में दो बार शटडाउन लेना पड़ा था।
नहीं सुधरी स्थिति को विकट होंगे हालात
अगले साल लिफ्ट कैनाल का सबसे लम्बा क्लोजर प्रस्तावित है। ऐसे में करीब दो माह तक नहर में पानी नहीं आएगा। साथ ही पीने का पानी भी करीब 15 दिन तक बंद रहने की आशंका है। इसी को देखते हुए जलदाय विभाग दोनों ही प्रमुख जलाशयों में 20 दिन से अधिक का पानी स्टोर करने के प्रयास कर रहे हैं।
इनका कहना…
‘शहर में सोमवार को जलापूर्ति नहीं होगी। इसके बाद एक दिन विलम्ब से जलापूर्ति होगी। 72 घंटे में एक बार जलापूर्ति का प्रस्ताव है, पर हम नहीं चाहते कि ऐसा हो। मजबूरी में ही इस पर निर्णय किया जाएगा।
– मनोज भवण, अधिशासी अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जोधपुर