पुलिस का मानना है कि राज्य के मेवाड़ व आस-पास के क्षेत्रों में कुछ समय पहले ही अफीम की पैदावार होना शुरू हुई है। सरकार को सौंपने के बाद उत्पादकों व तस्करों ने अफीम और डोडा पोस्त का स्टॉक कर रखा है, लेकिन लॉक डाउन की वजह से वाहनों की आवाजाही न होने से मादक पदार्थ का पर्याप्त उठाव नहीं हो रहा है। इससे उत्पादन क्षेत्रों में मादक पदार्थ की कीमतें कम हुई हैं। इसके उलट मारवाड़ में जिन तस्करों ने अफीम या डोडा पोस्त का स्टॉक कर रखा है वो कीमतें बढ़ाकर चांदी कूटने में लगे हैं।
थानाधिकारी लीलाराम का कहना है कि क्षेत्र में जिन लोगों ने डोडा पोस्त या अफीम का स्टॉक कर रखा है वो ऊंची कीमत पर बेच रहे हैं। कुछ तस्कर बाहर से लाने के प्रयास में भी हैं। लॉक डाउन में पुलिस के व्यस्त होने के भ्रम में तस्कर सक्रिय हुए हैं, लेकिन पुलिस ने तीन मामले पकड़े भी हैं।
– 31 मार्च : सालवा कला में एसयूवी से 306 किलो डोडा पोस्त व कारतूस जब्त। कार में सवार दोनों युवक फरार।
– 3 अप्रेल : कांकेलाव गांव में मोटरसाइकिल सवार दो युवकों से 15 किलो डोडा पोस्त जब्त। दोनों युवक गिरफ्तार।
– 8 अप्रेल : पुलिस के पीछा करने पर जालेली नायला में लावारिस छोड़ी कार से 11 किलो डोडा पोस्त जब्त। दोनों तस्कर फरार।