scriptSocial media star : घूंघट की ओट से निकली, तकनीक के साथ कदमताल, बाहर आई छिपी प्रतिभा | Social media star of Jodhpur | Patrika News

Social media star : घूंघट की ओट से निकली, तकनीक के साथ कदमताल, बाहर आई छिपी प्रतिभा

locationजोधपुरPublished: May 21, 2022 12:32:51 pm

Submitted by:

pawan pareek

ग्रामीण इलाकों में तकनीक की बदौलत कई महिलाएं न केवल घूंघट की ओट से बाहर निकली बल्कि अपने हुनर से सोशल मीडिया की स्टार बनी हुई हैं। गांव की पगडंडियों से निकलकर यूट्यूब के जरिए ये महिलाएं छिपी प्रतिभा को बाहर लाने में कामयाब हुई।

Social media star : घूंघट की ओट से निकली, तकनीक के साथ कदमताल, बाहर आई छिपी प्रतिभा

फलोदी क्षेत्र के लोर्डिया निवासी स्वीटी बोहरा एवं भोपालगढ़ के कुड़ी निवासी कौशल्या चौधरी।

– बन रहीं सोशल मीडिया स्टार

– गांव की पगडंडियों से निकलकर ग्रामीण महिलाएं बनी अब यूट्यूबर

पी.आर.गोदारा/जितेन्द्र छंगाणी
भोपालगढ़. फलोदी (जोधपुर) ग्रामीण इलाकों में तकनीक की बदौलत कई महिलाएं न केवल घूंघट की ओट से बाहर निकली बल्कि अपने हुनर से सोशल मीडिया की स्टार बनी हुई हैं। गांव की पगडंडियों से निकलकर यूट्यूब के जरिए ये महिलाएं छिपी प्रतिभा को बाहर लाने में कामयाब हुई। साथ ही आर्थिक स्वावलम्बन की राह भी पकड़ ली है। कई महिलाओं ने इसके लिए ताने भी सहे, लेकिन अनसुना कर आगे बढ़ती गई।
भोपालगढ़ क्षेत्र के एक छोटे से गांव कुड़ी की रहने वाली कौशल्या चौधरी अब किसी परिचय की मोहताज नहीं रही है और वह अपने हुनर के बल पर न केवल सोशल मीडिया पर एक जानी-पहचानी सेलिब्रिटी बन गई है। बल्कि यूट्यूब की ओर से हाल ही में करवाए गए एक सर्वे में टॉप-10 में स्थान बनाया। कौशल्या के करीब 12 लाख सब्सक्राइबर्स व फॉलोअर्स का लंबा-चौड़ा परिवार भी बन गया है।
यों हुआ सफर शुरू

वर्ष 2013 में कौशल्या की शादी कुड़ी गांव के बिजनेसमैन वीरेंद्र सारण से हुई। वर्ष 2019 में पति वीरेंद्र ने कौशल्या को यूट्यूब पर अपना रेसिपी चैनल शुरू करने का आइडिया दिया। पहले हिन्दी भाषा में शुरू किया तो कोई रेस्पोंस नहीं मिला। बाद में मारवाड़ी में शुरू किया तो चल निकला। अब तो कौशल्या सोशल मीडिया स्टार बन गई है। जब सोशल मीडिया पर अपना चैनल शुरू किया तो शुरुआत में इसके लिए लोगों के ताने सुनने पड़े लेकिन अब लोग इन्हें बतौर अतिथि विभिन्न कार्यक्रम में बुलाते हैं।
अन्य महिलाएं भी प्रेरित

कौशल्या ग्रामीण क्षेत्र की अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनी है। इसके बाद असावरी की सीमा और बावड़ी क्षेत्र की सरोज ने भी अपने हॉबी चैनल सोशल मीडिया पर शुरू किए हैं।
फलोदी में लोक संस्कृति का प्रचार, रिश्तों का महत्व समझा रहे

फलोदी की आशा व्यास ने जीवन के आधे पड़ाव पर पहुंचने के बाद अपना यूट्यूब चैनल बनाया है। इसके माध्यम से आशा फलोदी में लुप्त हो रही लोक परमपराओं, शादी के परम्परागत गीतों, गवरा के गीत, व्रत त्यौहारों की कहानियों के वीडियो अपलोड कर रही है। इनका प्रयास है कि लुप्त होती परम्पराओं के प्रति अधिकाधिक लोगों को जागरुक कर इन्हें बरकरार रखा जाए।
लोर्डियां गांव की स्वीटी ने शादी के आठ साल बाद पति और ससुराल वालों के सहयोग से अपना यूट्यूब चैनल बनाया और अब ससुराल में मिले बेटी के सम्मान को प्रचारित कर महिलाओं की छिपी प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास कर रही है। स्वीटी अपने चैनल के माध्यम से महिलाओं को नृत्य, रेसिपि सहित कई ज्ञानवद्र्धक सामग्री बता रही है। वर्तमान में स्वीटी मुम्बई में रहती है।
वहीं फलोदी की कविता थानवी ने यूट्यूब चैनल पर भजन और लोक गीतों की श्रृंखला शुरू की है। कविता महिलाओं को लोक गीतों की गायकी के माध्यम से स्वरोजगार को प्रेरित कर रही है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो