सोलंकियातला सरपंच के आत्महत्या मामले में गांव में पसरा सन्नाटा, नहीं खुले बाजार पुलिस द्वारा शव को उसी दिन शेरगढ़ मोर्चरी में रखवाया गया था। परिजन आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने तक शव नहीं उठाने पर अड़ गए थे। दो दिन तक चले घटनाक्रम के बाद गुरुवार शाम को पुर्व विधायक बाबूसिंह व प्रतिनिधि मंडल तथा ग्रामीण एसपी के बीच हुई वार्ता सफल रही। इसके बाद ग्रामीण माने। शुक्रवार सवेरे मृतक सरपंच गोपालसिंह का शव शेरगढ़ से उनके गांव सोंलकियातला लाया गया। मृतक की देह पहुंचते ही घर में करूण क्रंदन से हर किसी की आंख नम हो उठी। परिजनो का रो रोकर बुरा हाल था।
सोलंकियातला गांव सरपंच आत्महत्या मामला : दोनों व्यवस्थापक हिरासत में, गिरफ्तारी के आश्वासन पर उठाया शव शेरगढ़ उपखण्ड अधिकारी महावीरसिंह जोधा व बालेसर एसएचओ भवानीसिंह, एएसआई भंवरसिंह मय दल उपस्थित रहे। मृतक सरपंच की शवयात्रा सोलंकियातला गांव स्थित श्मसान स्थल पहुंची। पूर्व शेरगढ़ विधायक बाबूसिंह राठौड़, बालेसर प्रधान बाबूसिंह ईन्दा, शेरगढ़ प्रधान तगाराम, जिला परिषद सदस्य विक्रमसिंह इन्दा सहित क्षेत्र की कई ग्राम पंचायतो के सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी व पुलिस प्रशासन के अधिकारी तथा ग्रामवासियों ने नम आंखों से अपने सरपंच को विदाई दी।
सरपंच की आत्महत्या मामले में आई बड़ी खबर, जेब से मिला था 32 पेज का सुसाइड नोट दो दिन से नहीं जले चूल्हेसरपंच की आत्महत्या प्रकरण के बाद दो दिन तक शोक रहा। क्षेत्र के गांव ढाणियों में चूल्हे तक नहीं जले। पार्थिव देह को शृद्धाजंलि व अंतिम संस्कार के बाद भी माहौल में उदासीपूर्ण है।