पुलिस के अनुसार सोलंकिया तला निवासी मृतक सरपंच की पत्नी (Sarpanch’s wife) समुकंवर की तरफ से पीहर पक्ष ने पुलिस को लिखित शिकायत पेश की। महिला की तरफ से आरोप है कि आत्महत्या से एक दिन पहले सरपंच ने पत्नी से परेशानी का जिक्र किया था। उसने पत्नी से कहा था कि विधायक पति ने शेरगढ़ विकास अधिकारी पर फोन कर दबाव डाला कि व्यवस्थापक भोमसिंह पुत्र भंवरसिंह व खेतसिंह पुत्र गणपतसिंह ही सोलंकिया तला पंचायत के सभी कार्य करेंगे। सरपंच का कोई लेना-देना नहीं होगा। जबकि भोमसिंह व खेतसिंह कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी में व्यवस्थापक हैं। विधायक पति (legislator husband) से राजस्थान पत्रिका ने बात करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
सरपंच ने पत्नी से यह भी कहा था कि ग्राम सेवक महावीर प्रसाद व पूर्व ग्राम सेवक का पति रावलसिंह ने उसके साथ बड़ा धोखा कर फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपए का गबन किया है। वो उसे फंसाना चाहते हैं। थानाधिकारी भवानीसिंह का कहना है कि मृतक की पत्नी के नाम से पीहर पक्ष ने परिवाद पेश किया है। जिसे शामिल पत्रावली कर जांच की जाएगी।
रात को खाना तक नहीं खाया, बार-बार साजिश की चिंता
आत्महत्या से पहले वाली रात सरपंच गोपालसिंह काफी तनाव में थे। इस कारण उन्होंने खाना तक नहीं खाया था। वो पत्नी से बार-बार यही कहते रहे कि आरोपियों ने मिलकर फंसाने के लिए साजिश रची है। जिससे वह आहत है। दूसरे दिन यानि बुधवार सुबह बच्चों को स्कूल रवाना करने के बाद महिला बाहर के काम कर कमरे में आई तो सरपंच पति फंदे पर लटके हुए थे।
आत्महत्या से पहले वाली रात सरपंच गोपालसिंह काफी तनाव में थे। इस कारण उन्होंने खाना तक नहीं खाया था। वो पत्नी से बार-बार यही कहते रहे कि आरोपियों ने मिलकर फंसाने के लिए साजिश रची है। जिससे वह आहत है। दूसरे दिन यानि बुधवार सुबह बच्चों को स्कूल रवाना करने के बाद महिला बाहर के काम कर कमरे में आई तो सरपंच पति फंदे पर लटके हुए थे।
पूर्व विधायक के नेतृत्व में थाने के बाहर धरना-प्रदर्शन
उधर, पूर्व विधायक (former MLA) बाबूसिंह राठौड़ (Babusingh Rathore) के नेतृत्व में परिजन व ग्रामीण शेरगढ़ पुलिस थाने के बाहर धरने पर बैठ गए और प्रदर्शन किया। महिला एलडीसी आसु कंवर व उसके पति रावलसिंह, ग्राम विकास अधिकारी महावीरप्रसाद आर्य और भोमसिंह व खेतसिंह के खिलाफ आत्महत्या को दुष्प्रेरित करने का मामला दर्ज कराया गया था।
उधर, पूर्व विधायक (former MLA) बाबूसिंह राठौड़ (Babusingh Rathore) के नेतृत्व में परिजन व ग्रामीण शेरगढ़ पुलिस थाने के बाहर धरने पर बैठ गए और प्रदर्शन किया। महिला एलडीसी आसु कंवर व उसके पति रावलसिंह, ग्राम विकास अधिकारी महावीरप्रसाद आर्य और भोमसिंह व खेतसिंह के खिलाफ आत्महत्या को दुष्प्रेरित करने का मामला दर्ज कराया गया था।
पांच दिन में गिरफ्तारी के आश्वासन पर बनी सहमति
गतिरोध के चलते पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल बारहठ मौके पर पहुंचे और परिजन व प्रतिनिधि मंडल से बातचीत की। उन्होंने दोनों व्यवस्थापक भोमसिंह व खेतसिंह को पकडऩे व हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू करने की जानकारी दी। साथ ही जांच के बाद पांच दिन में गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया। तब देर शाम दोनों पक्षों में सहमति बनी और शव उठा लिया गया। ग्रामीणों के गतिरोध के चलते ग्रामीण पुलिस के अधिकांश अधिकारी मौके पर जुटे रहे। अफसरों ने गांव में कैम्प कर रखा है और एेहतियात के तौर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
गतिरोध के चलते पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल बारहठ मौके पर पहुंचे और परिजन व प्रतिनिधि मंडल से बातचीत की। उन्होंने दोनों व्यवस्थापक भोमसिंह व खेतसिंह को पकडऩे व हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू करने की जानकारी दी। साथ ही जांच के बाद पांच दिन में गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया। तब देर शाम दोनों पक्षों में सहमति बनी और शव उठा लिया गया। ग्रामीणों के गतिरोध के चलते ग्रामीण पुलिस के अधिकांश अधिकारी मौके पर जुटे रहे। अफसरों ने गांव में कैम्प कर रखा है और एेहतियात के तौर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।