Solar plant : लाखों की ठगी : एक सप्ताह में गिरफ्तार करो : कमिश्नर
जोधपुरPublished: Oct 13, 2022 12:36:01 am
- सब्सिडी पर सोलर प्लांट लगाने का झांसा देकर आमजन से धोखाधड़ी


Solar plant : लाखों की ठगी : एक सप्ताह में गिरफ्तार करो : कमिश्नर,Solar plant : लाखों की ठगी : एक सप्ताह में गिरफ्तार करो : कमिश्नर
जोधपुर।
बिजली बिल से निजात पाने के लिए सोलर प्लांट (Solar plant) लगाने का सपना संजोने वाले आमजन के लाखों रुपए ऐंठने वाली स्थानीय कम्पनी के संचालक के खिलाफ पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर (Police commissionerate jodhpur) में 20 से अधिक मामलो दर्ज (20 |FIR registered against solar plant company) हो चुके हैं। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त के निर्देशन में दो थानाधिकारियों को इन मामलों की जांच सौंपी गई है। पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने आरोपी नोटिस जारी कर जल्द से जल्द जांच करने और एक सप्ताह में गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। (Police commissioner ordered, arreste accused in one week)
अब तक बीस से अधिक एफआइआर दर्ज
बोम्बे सोलर एण्ड विंड पावर प्राइवेट लिमिटेड नामक कम्पनी ने मकानों की छत पर सोलर प्लांट लगाने का झांसा देकर आमजन से लाखों रुपए अग्रिम लिए थे। बदले में सरकारी सब्सिडी के तहत सोलर प्लांट लगाया जाना था। सब्सिडी न मिलने पर प्लांट लग नहीं पाया। कम्पनी ने कई लोगों को रुपए लौटाने के लिए चेक दिए थे, लेकिन चेक अनादरित हो गए अथवा स्टॉप पेमेंट करवा दिए गए थे। पीडि़त कम्पनी के कार्यालय पहुंचे, लेकिन वहां कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब पीडि़त पुलिस कमिश्नर कार्यालय और संबंधित थाने पहुंचने लग गए। अब तक बीस से अधिक एफआइआर दर्ज हो चुकी है। कम्पनी मालिक धर्मेन्द्र पंवार आरएसईबी से रिटायर्ड एक्सइएन है।
दोनों जिलों के दो अधिकारियों को जांच सौंपी
धोखाधड़ी के अनेक मामले सामने आने के बाद पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने जांच के लिए दो थानाधिकारी को जिम्मा सौंपा। पश्चिमी जिले के मामलों की जांच के लिए भगत की कोठी थानाधिकारी व पूर्वी जिले में खाण्डा फलसा थाना प्रभारी को जांच सौंपी गई है। एडीसीपी इनकी मानिटरिंग कर रहे हैं। फिलहाल एक भी मामले में कार्रवाई नहीं हो पाई है। भगत की कोठी थानाधिकारी सुनील चारण का कहना है कि जांच के लिए धर्मेन्द्र पंवार को बुलाया गया था, लेकिन वे पेश नहीं हुए। वो घर पर भी नहीं मिले।
कार्रवाई के लिए पीडि़त एकजुट हुए
धोखाधड़ी के शिकार होने वाले पीडि़त एकजुट होने लगे हैं। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सोशल मीडिया पर ग्रुप भी बनाया गया है। साथ ही कमेटी भी बनाई गई है।