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सूरसागर विधायक ने विधानसभा में उठाया गंगलाव तालाब का दर्द, अधिकारियों-अतिक्रमियों पर लगाया सांठ-गांठ का आरोप

locationजोधपुरPublished: Jul 02, 2019 12:30:40 pm

Submitted by:

Harshwardhan bhati

निगम अधिकारियों व कर्मचारियों पर अतिक्रमियों को लाभ पहुंचाने और उनसे सांठ गांठ का लगाया आरोप

rajasthan vidhan sabha

सूरसागर विधायक ने विधानसभा में उठाया गंगलाव तालाब का दर्द, अधिकारियों-अतिक्रमियों पर लगाया सांठ-गांठ का आरोप

जोधपुर. सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास ने राज्य सरकार से जोधपुर के सिवांचीगेट न्यू चांदपोल रोड़ स्थित प्राचीन गंगलाव तालाब के अतिक्रमियों को अन्यत्र स्थानान्तरित कर तालाब के जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्यीकरण की समयबद्ध योजना बनाकर विशेष बजट आवंटित करने की मांग की है। पिछले सप्ताह विधानसभा में शून्य काल के दौरान सूरसागर विधायक सूर्यकान्ता व्यास ने नियम प्रक्रिया 295 के अन्तर्गत विशेष उल्लेख प्रस्ताव में गंगलाव तालाब के अतिक्रमियों के बिजली पानी कनेक्शन काटकर अतिक्रमण के लिए जिम्मेदार कामिकों अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
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उन्होंने कहा कि सूरसागर विधान क्षेत्र के गंगलाव तालाब में प्राचीन मंदिर, मीठे पानी की बेरियां हैं, जहां से लम्बे समय तक विभिन्न उत्सवों में जल पूजन होता था। फि र यहां के मीठे और पवित्र जल को सिर पर उत्सवपूर्वक ले जाकर महिलाएं अपने घर में पूजा आदि में काम में लेती थी। परन्तु सरकारी तंत्र की मिलीभगत और लापरवाही से इस तालाब के जल भराव क्षेत्र और तालाब के जलग्रहण क्षेत्र पर अतिक्रमण कर आवासीय एवं व्यवसायिक इमारतें बना ली गई। रही सही कसर तालाब में बेतहाशा मलबा डाल कर इसे डम्पिंग स्थल के रूप में तब्दील कर दिया गया।
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वर्तमान में यह तालाब गंदे पानी के कीचड़ और शेष बचे क्षेत्र में अतिक्रमण और मलबे से अटा पड़ा है। अतिक्रमियों को लाभ पहुंचाने और उनसे सांठ-गांठ के चलते नगर निगम के अधिकारियों और कार्मिकों ने सदैव अतिक्रमण हटाने से गुरेज किया है। बार-बार अतिक्रमण हटाने की योजना बनने के बावजूद तालाब का स्वरूप सुधरने के स्थान पर बिगड़ता ही जा रहा है।
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विधायक ने प्राचीन ऐतिहासिक तालाब पर व्यवसायिक गतिविधियों के संचालन वाले अतिक्रमण स्थलों को अविलम्ब सीज कर समतल करने और वहां नगर निगम सम्पत्ति का बोर्ड लगाने, तालाब के चारों और सीसीटीवी कैमरे लगाकर प्रभावी मॉनिटरिंग करने, तालाब में दबे प्राचीन मंदिरों का स्वरूप निखारने और शेष बचे क्षेत्र में वॉकिंग ट्रेक, चिल्ड्रन पार्क का विकास करने की मांग की। उल्लेखनीय है राजस्थान पत्रिका ने जोधपुर के जलाशयों पर बढ़ते अतिक्रमण को लेकर सिलसिलेवार समाचारों की शृंखला में 21 मई को गंगलाव तालाब की दुर्दशा को प्रमुखता से उजागर किया था।

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