जोधपुर. शहर में लम्बें समय बाद एक बार फिर स्कूल खुलने पर सैनिटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई। ऐसे में राजकीय उच्च माध्यमिक बालिका विद्यालय रातानाड़ा में छात्राओं की थर्मोस्कैन मशीन से जांच करते शिक्षक। फोटो- जेके भाटी
जोधपुर. शहर में लम्बें समय बाद स्कूल आने वाली छात्राओं ने सबसे पहले मां सरस्वती का वंदन कर कक्षा कक्ष में प्रवेश किया। राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय किसान कन्या मंडोर में बने मां सरस्वती के मंदिर में हाथ जोडक़र कोरना से मुक्ति दिलाने के लिए प्रार्थना करती छात्रा। फोटो- गौतम उडेलिया
जोधपुर. शहर में लम्बे समय बाद एक बार फिर स्कूल खुले तो शिक्षा अधिकारी भी जायजा लेने पहुंचे। रातानाड़ा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में बच्चों की कॉपी में घर पर किये कार्य की जांच करते संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा जोधपुर मंडल प्रेमचंद सांखला। फोटो- जेके भाटी
जोधपुर. शहर में लम्बें समय बाद एक बार फिर स्कूल खुलने पर सैनिटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था तो की गई। लेकिन इसके चलते छोटी कक्षाओं एक से आठ तक के वे बच्चे जो सप्ताह में दो दिन सोमवार व बुधवार को स्कूल में अपना ऑनलाइन कार्य दिखाने के लिए आ रहे है, उन्हें सर्दी के दिनों में भी बाहर खुले आसमान में बैठाया जा रहा हैं। रातानाड़ा पुलिस लाइन स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में बाहर खुले आसमान में बैठकर अध्ययन करते बच्चे। फोटो- जेके भाटी
जोधपुर. शहर में लम्बें समय बाद एक बार फिर स्कूल खुलने पर सैनिटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई। राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय किसान कन्या मंडोर में छात्राओं की थर्मोस्कैन से जांच कर प्रवेश दिया गया। फोटो- गौतम उडेलिया
जोधपुर. सरकार ने 18 जनवरी से कक्षा 9 से ऊपर के विद्यार्थियों को स्कूल आने की अनुमति दे दी। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में मासूम बच्चे भी बस्ता लेकर स्कूलों की ओर जाते दिखे। तस्वीर जिले के सोइंतरा गांव की है जहां छोटे बच्चे भी स्कूल की ओर जाते दिखे। फोटो- मनोज सैन