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आंतरिक सुरक्षा व कानून-व्यवस्था के लिए पुलिस लेगी छात्रों की मदद

locationजोधपुरPublished: Jul 20, 2019 11:54:35 pm

Submitted by:

Vikas Choudhary

– पुलिस व शिक्षा विभाग की स्टुडेंट पुलिस कैडेट योजना का आगाज
– आठवीं कक्षा के छात्रों का चयन कर दिया जाएगा प्रशिक्षण

Students Police Cadets

आंतरिक सुरक्षा व कानून-व्यवस्था के लिए पुलिस लेगी छात्रों की मदद

जोधपुर.
देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत बनाने और कानून-व्यवस्था को कायम रखने के लिए राज्य की पुलिस अब विद्यालय के छात्रों का सहयोग लेने जा रही है। इसके लिए राज्य सरकार के निर्देश पर स्टुडेंट पुलिस कैडेट योजना शुरू की गई है। शिक्षा विभाग के सहयोग से ८वीं के छात्रों का चयन कर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के सभागार में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में संभाग स्तरीय स्टुडेंट पुलिस कैडेट कार्यक्रम का आगाज किया गया। कम्युनिटी पुलिसिंग जयपुर की अतिरिक्त अधीक्षक रानू शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार ने बजट में सभी २४९ पंचायत समिति के एक-एक उच्च माध्यमिक विद्यालय में स्टुडेंट पुलिस कैडेट योजना लागू की है। जो पुलिस व शिक्षा विभाग की संयुक्त योजना है। इसके लिए जिला कलक्टर की अध्यक्षता और पुलिस अधीक्षक व जिला शिक्षा अधिकारी (मा) की सदस्यता में कमेटी गठित की गई है। राज्य स्तर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) की अध्यक्षता और प्रमुख शासन सचिव (स्कूल शिक्षा) और पुलिस महानिदेशक की सदस्यता वाली राज्य स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी गठित की गई है।
कार्यक्रम में पुलिस कमिश्नर प्रफुल्ल कुमार, पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय व यातायात) डॉ रवि, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल बारहठ, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमचंद सांखला व जिला शिक्षा अधिकारी संतोष ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर संभाग की विभिन्न विद्यालयों के संस्था प्रधान, पीटीआई व पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद थे। देश में सबसे पहले वर्ष २००६ में केरल में यह योजना शुरू की गई थी। वर्तमान में छह सौ विद्यालयों के एक लाख छात्र लाभ उठा रहे हैं।
दो साल के लिए होगी यह योजना
पुलिस व शिक्षा विभाग की संयुक्त योजना दो वर्ष के लिए होगी। प्रथम वर्ष में आठवीं कक्षा के शारीरिक स्वस्थ्य विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। जो कैडेट कहलाएंगे। अगले साल इन कैडेट्स को ९वीं कक्षा में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह योजना औसतन हर पुलिस स्टेशन के एक राजकीय विद्यालय में जुलाई से शुरू हो गई है। कम से कम तीस विद्यार्थियों से योजना शुरू की जाएगी।
योजना के प्रमुख उद्देश्य
– प्रशिक्षित युवाओं में अनुशासन व विधि की पालना का विकास करना। समाज में सेवा भाव के साथ नागरिक बोध और सामाजिक प्रतिबद्धता के संस्थान लाना।

– सामुदायिक मामलों को सुलझाने में एेसे युवाओं को साझीदार बनाना। नेतृत्व क्षमता का विकास करना। अंत:करण में छुपे पुलिस जवान को जगाना, कानून की उपयोगिता व महत्व समझाना।
– युवाओं में सम्प्रदाय व धर्म निरपेक्षता का विकास करना। विद्यार्थियों को पुलिस के साथ मिलकर आंतरिक सुरक्षा व शांति व्यवस्था में सुधार के अनुकूल बनाना।
– विद्यार्थियों को शारीरिक व मानसिक मजबूत बनाना। कमजोर व वंचित वर्ग के प्रति सहानुभूति जागृत करना। स्वच्छता व सफाई के लिए प्रेरित करना। आपदा प्रबंधन में भागीदारी के लिए प्रेरित करना। महिलाओं के प्रति समानता व गरिमा की भावना विकसित करना।
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