दरअसल सवाल इसलिए भी लग रहे है कि 26 सितम्बर को जसराज और विद्यार्थी जब रात दो बजे तक पढ़ रहे थे। तब वार्डन कहा था, पढ़ाई के बाद विद्याथियों के सोने तथा जसराज के अकेले बाल्टी लेकर पेड़ तक जाते वक्त रात्रि में पहरा देने वाले दोनों चौकीदार क्यों नहीं थे तथा उन्होंने जसराज को रोका क्यों नहीं।
जसराज अकेला पेड़ की डाल पर रस्सी बांध बाल्टी पर खड़ा हो जाए और पैर से बाल्टी को गिरा दे। एेसा वास्तविकता में संभव नहीं दिखता। तड़के जिन विद्यार्थियों एवं वार्डन ने जसराज को लटकते देखा तो नवोदय विद्यालय प्रशासन को इतनी जल्दी क्या थी कि पुलिस के पहुंचने से पहले शव को नीचे उतारकर पीपाड़ अस्पताल ले गए। जबकि प्रशिक्षित नर्स ने पेड़ पर लटकते जसराज की नब्ज देख कर पता लगा लिया कि जसराज की मृत्यु हो चुकी है। फिर आनन फानन में शव क्यांे नीचे उतारकर पीपाड़ चिकित्सालय ले जाया गया, जहां बिलाड़ा पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाया।
पत्र का क्या राज है जसराज के अंतिम संस्कार से पहले छात्रावास के विद्यार्थियों को अन्य कमरों में स्थानान्तरित करना, तलाशी लेना, जसराज के बस्ते, कपड़े, किताबे-कॉपियों तक को वार्डन ने खंगाला ताकि विद्यालय प्रशासन के विरुद्ध कहीं कोई नोटिस लिख छोड़ा हो तो किसी के हाथ नहीं आए।
वह अज्ञात पत्र जो किसी लड़के ने जसराज के परिजनों को दिया जिसे पुलिस को सौंपा गया था। उस पत्र में किस व्यक्ति का नाम था, उसका आज तक कोई खुलासा नहीं हो पाया। न इस मामले में किसी से पूछताछ हुई।
शुरू से चर्चा में रहा नवोदय तिलवासनी गांव के बाहर जंगल में स्थित विद्यालय शुरू से विवादों में है। जिस वीसीआर से बच्चों को देश प्रेम की फिल्में दिखाने के लिए दिया जाता रहा है, वे वीसीआर पूर्र्व में यहां महिला प्रिंसीपल के कमरे में ब्ल्यू फिल्म चलाते हुए नवोदय विद्यालय समिति ने पकड़ा है।
कई संदिग्ध वस्तुओं का विद्यालय के आस-पास देखा जाना ग्रामीणों के लिए कोई नईबात नहीं है। विद्यार्थियों के खेल-कूद के लिए आने वाले बजट का दुरुपयोग, खाने की गुणवत्ता से समझौता करना आम है। ग्रामीण कहते है कि नवोदय में गुटबाजी की बाते गांव पहुंचती रहती है।
नवोदय विद्यालय में ग्यारहवीं छात्र जसराज की मृत्यु की कोई गंभीरता से जांच करें तो यह निश्चित कोई षडय़ंत्र के रूप में उजागर होगा। पुलिस की ऐसे मामले में रूचि भी नहीं होती है तो खुलासा हो भी तो कैसे।
– छोगाराम खोखर, पूर्व सरपंच तिलवासनी। यह स्पष्ट आत्महत्या का मामला है पुलिस सीधे पीपाड़ चिकित्सालय पहुंची, वहां पोस्टमार्टम करवाया गया। रिपोर्ट में भी आत्महत्या किया जाना स्पष्ट है। बावजूद मृतक के विसरा आदि जांच के लिए भेजे है। रिपोर्ट आने पर गंभीरता से लिया जाएगा। – रामलाल मीणा, सब इंस्पेक्टर (जांच अधिकारी)
नवोदय विद्यालय में जसराज की आत्महत्या को लेकर बार-बार संदेह किया जा रहा है। वे खुद अपनी देखरेख में नवोदय प्रशासन के सभी स्टाफ से पूछताछ करेंगे। यह संवेदनशील मामला है, इसे गंभीरता से लेंगे।
– नरपतसिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (देहात) जोधपुर।