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पंडाल हादसे में घायलों ने बताई आपबीती, कहा आंधी व बारिश के साथ अपने आप शुरू हो गया था जनरेटर

locationजोधपुरPublished: Jun 25, 2019 03:52:56 pm

Submitted by:

Harshwardhan bhati

बाड़मेर के बालोतरा स्थित जसोल गांव में पंडाल गिरने के हादसे के घायलों ने अपनी आपबीती बताई और उस खौफनाक मंजर के बारे में बताया कि हादसे के दौरान देखे गए नजारे को देख वे खौफ में आ गए।
 

Pandal Collapse in Barmer

पंडाल हादसे में घायलों ने बताई आपबीती, कहा आंधी व बारिश के साथ अपने आप शुरू हो गया था जनरेटर

जोधपुर. जसोल में कथा के दौरान पांडाल गिरने व करंट फैलने की घटना के बाद जोधपुर एमडीएम अस्पताल में भर्ती घायल अभी तक सहमे हुए हैं। साथ ही उनके परिजनों को खुशी इस बात की हैं कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद उनके अपने बात करने की अवस्था में है। इन घायल प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बारिश के साथ आई तेज हवा से पांडाल के बाहर लगा जेनरेटर अपने आप शुरू हो गया। इसी से शॉट सर्किट भी हुआ, बाद में बिजली के तार नीचे गिर गए। हालांकि इन घायलों को इतना करंट नहीं छू सका, लेकिन पांडाल व उसमें लगे अन्य सामानों ने कइयों की हड्डियां क्रेक कर दी।
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लोहे का पाइप गिरा और आंखों पर छाया अंधेरा
65 वर्षीय तुलसीदेवी के परिजन सुरेश ने बताया कि एकदम से आई तेज आंधी-बारिश के कारण पांडाल तुलसीदेवी पर आकर गिर गया। इस कारण उनके दायीं पांव के घुटने के ऊपर हड्डी पूरी तरह टूट गई। इस घटना के दौरान तुलसीदेवी के आंखों के सामने अंधेरा छा गया।
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आंधी के साथ जेनरेटर अपनेआप चालू हो गया

कथा के दौरान आई आंधी-बरसात के बीच बाहर लगा जेनरेटर अपनेआप चालू हो गया। डोम पूरा नीचे आ गया। इसके बाद पूरा करंट फैल गया। पुत्र ललित ने बताया कि उनके पिता पारसमल के करंट नहीं आया, लेकिन पांडाल का पूरा पाइप इनके पांवों पर आ गया, जिस कारण दोनों पांवों के फ्रेक्चर हो गया। कथा से ठीक आधे घंटे पूर्व पारसमल पहुंचे थे।
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पूरा पांडाल का एक ही गेट रखा

पूरा पांडाल का एक ही गेट था। एकदम से हवा पांडाल के अंदर घुसी। हवा को बाहर जाने की जगह नहीं मिली तो पूरा पांडाल उड़ गया। अंदर करीब 12 सौ जने थे। मरीज धर्माराम के गले में फ्रेक्चर हुआ। परिजन भैरू ने बताया कि वे घर पर थे, उन्हें जब सूचना मिली तब वे मौके पर गए। धर्माराम को टेंट फाडकऱ बाहर निकाला गया।
( एमडीएम अस्पताल में भर्ती जसोल निवासी घायलों ने जैसा अपने परिजनों को बताया )
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