करीब ३-४ साल निर्माण कार्य चलने के बाद सिंथेटिक ट्रैक में कई तकनीकी खामियां हैं। कई काम अधूरे हैं। इसके बावजूद आनन-फानन में इसका उद्घाटन करा दिया गया।
वॉकिंग पथ व ट्रैक के बीच पोर्टेबल पोल व प्लास्टिक की जाली लगवाकर ट्रैक कवर किया जा सकता है, ताकि एथलीट निर्बाध रूप से अभ्यास कर सकें। इस समस्या को लेकर शारीरिक शिक्षक संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष हापूराम चौधरी की अगुवाई में शारीरिक शिक्षक जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक व प्रथम, जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर वॉकिंग पथ व ट्रैक के बीच पोर्टेबल पोल या प्लास्टिक की जाली लगाने की मांग कर चुके हैं।
आनन-फानन में लॉन्ग जम्प का रन वे सीमेंट का बना दिया गया, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के विरुद्ध है। इस रन वे पर स्पाइक पहन कर जम्पर रन नहीं कर सकता और जम्पर चोटिल हो जाता है। लॉन्ग जंप का रन वे तुड़वाकर सिंथेटिक पट्टी लगवानी चाहिए।
जहां लॉन्ग जम्प का रनवे बनेगा, उस जगह पर बीचोंबीच पिट बन सकता है। एक तरफ लॉन्ग जम्प का रनवे और दूसरी तरफ ट्रिपल जम्प का रनवे बन सकता है। भालाफेंक भालाफेंक के लिए मार्किंग कर दी गई है, लेकिन फुटबॉल पोल बाधा बने हुए हैं। भाला फेंकते ही सामने फ ुटबॉल पोल बाधा उत्पन्न करता है। लोहे का फ ुटबॉल पोल स्थाई है जो थ्रोअर के लिए बाधा उत्पन्न करता है। फु टबॉल के पोल पोर्टेबल लगा दिया जाएं तो जैवलिन की प्रेक्टिस व प्रतियोगिता के समय फु टबॉल पोल हटा कर भालाफेंक प्रतियोगिता करवाई जा सकती है।
पोलवॉल्ट के गड्ढे, बार स्टैण्ड और बॉक्स सहित अन्य खेल उपकरणों की कमी है। समय पर उपकरणों की व्यवस्था करवाई जाए तो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार हो सकते हैं।
वॉर्मअप जोन तक नहीं टै्रक अंतरराष्ट्रीय स्तर का है, लेकिन वॉर्मअप जोन नहीं है। ट्रैक के साथ वॉर्म अपजोन होता है, जिससे धावक प्रतियोगिता से पहले वार्मअप होता है। वहां उसकी उपस्थिति होती है। टंकी के पास वाले ग्राउंड में वॉर्मअप जोन बनाया जा सकता है।
इनका कहना है
जेडीए की ओर से सिंथेटिक ट्रैक पूरी तरह से हैण्डओवर नहीं किया गया है। इसमें कई खामियां हैं। विभाग की ओर से जेडीए को कई बार अवगत कराया गया है। हम लगातार संपर्क कर खामियां दूर करवाने और पूर्ण सुविधाओं की व्यवस्था करने का प्रयास कर रहे हैं।