हिन्दुस्तान की तरह वहां आम आदमी स्वतंत्र व सुरक्षित नही है। पुलवामा हमले के बाद भारत की ओर से की गई एयर स्ट्राइक के बाद भले ही भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हो, लेकिन सीमा पार की आवाम भारत से किसी प्रकार के रिश्ते बिगाडऩे के पक्ष में नहीं है। थार एक्सप्रेस से जोधपुर पहुंचे पाकिस्तानी यात्रियों के कुछ ऐसे ही जज्बात थे। पाकिस्तान से आए यात्रियों ने बातचीत में स्पष्ट किया कि आतंक के खिलाफ दोनों देशों को मिलकर मुकाबला करना चाहिए, संबंध नहीं बिगडऩे चाहिए। दोनों देशों के बीच उपजे तनाव से आम आवाम को परेशानी झेलनी पड़ती है, जबकि आवाम सौहार्द के संबंध चाहती है।
455 पाकिस्तानी यात्री, ज्यादातर हिन्दू
पाकिस्तान से रविवार सुबह करीब 9 बजे भगत की कोठी उपनगरीय रेलवे स्टेशन पहुंची थार एक्सप्रेस में आए यात्रियों के चेहरों पर सुकून व राहत की मुस्कान थी। पाक से आए यात्रियों के चेहरों पर साफ झलक रहा था कि हिन्दुस्तान की आबोहवा में अमन व शांति है। ओवरलोड आई थार एक्सप्रेस में 599 यात्री थे। जिसमें 455 पाकिस्तानी थे, जो अधिकांश हिन्दू थे। वहीं 144 भारतीय यात्री थे, जो अपने रिश्ते-नातेदारों से मिलने पाकिस्तान गए थे। इन्हें लेने स्टेशन पहुंचे रिश्तेदारों की आंखें भर आईं।
दोस्त बन भाईचारे की मिसाल पेश की
पाकिस्तान के हैदराबाद प्रांत की याकूता अहमदाबाद में अपनी विवाहित बेटी से मिलने की लिए भारत आई है। वहीं अहमदाबाद की देविका माहेश्वरी पाकिस्तान के हैदराबाद प्रांत में रहने वाली अपनी 83 वर्षीय मां और पीहर वालों से मिलने गई थी। दोनों की दोस्ती पाकिस्तान में हुई। उन्होंने बताया कि दोनों जगह अमन व चैन रहना चाहिए। आम आवाम शांति व भाईचारा चाहती है। दोनों ने बताया कि वे अब यहां से साथ में ही अहमदाबाद जाएंगी।
पाकिस्तान के हैदराबाद प्रांत की याकूता अहमदाबाद में अपनी विवाहित बेटी से मिलने की लिए भारत आई है। वहीं अहमदाबाद की देविका माहेश्वरी पाकिस्तान के हैदराबाद प्रांत में रहने वाली अपनी 83 वर्षीय मां और पीहर वालों से मिलने गई थी। दोनों की दोस्ती पाकिस्तान में हुई। उन्होंने बताया कि दोनों जगह अमन व चैन रहना चाहिए। आम आवाम शांति व भाईचारा चाहती है। दोनों ने बताया कि वे अब यहां से साथ में ही अहमदाबाद जाएंगी।