कपड़ा मंत्रालय की सीएचसीडीएस स्कीम के तहत एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट्स (ईपीसीएच) ने जोधपुर मेगा क्लस्टर योजना में इसका निर्माण करवाया है। इस सेंटर में निर्यातक न सिर्फ अपने उत्पाद प्रदर्शित कर सकेंगे, बल्कि बिजनस-टू-बिजनस (बी-टू-बी) मीट के नियमित आयोजन भी हो सकेंगे। ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि टीएफसी ट्रेड फेयर, खुदरा प्रदर्शनियों, खरीदार-विक्रेता बैठकों, कार्यशालाओं, सम्मेलनों और फैशन शो आयोजित करने के लिए अहम मंच साबित होगा।
कौंसिल के सीओए सदस्य हंसराज बाहेती के अनुसार सुविधा केंद्र में खरीदारों, डिजाइनरों और विशेषज्ञों की मेजबानी के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा और सुविधाएं मुहैया करवाई गई है। यह राजस्थान और जोधपुर के निर्यातकों, कारीगरों और उद्यमियों को मार्केटिंग के अवसर प्रदान करेगा।
यह होगी सुविधाएं
लॉबी, प्रदर्शनी हॉल, कॉन्फ्रेंस व ट्रेनिंग हॉल, मिनी सम्मेलन कक्ष, ट्रेनिंग हॉल व संसाधन केंद्र, आईटी लैब व व्यापार केंद्र, कैफेटेरिया, गेस्ट हाउस, होस्टल, प्रदर्शनी मैदान, प्रदर्शनी मंच, क्राफ्ट बाजार व एम्फीथिएटर तथा भंडारण गोदाम।
लॉबी, प्रदर्शनी हॉल, कॉन्फ्रेंस व ट्रेनिंग हॉल, मिनी सम्मेलन कक्ष, ट्रेनिंग हॉल व संसाधन केंद्र, आईटी लैब व व्यापार केंद्र, कैफेटेरिया, गेस्ट हाउस, होस्टल, प्रदर्शनी मैदान, प्रदर्शनी मंच, क्राफ्ट बाजार व एम्फीथिएटर तथा भंडारण गोदाम।
जोधपुर हैंडीक्राफ्ट एक नजर में
1000 से अधिक निर्यातक
85000 से अधिक कारीगर
90 प्रतिशत से अधिक निर्यात
9850 करोड़ राजस्थान से निर्यात
4900 करोड़ निर्यात अकेले जोधपुर से
1000 से अधिक निर्यातक
85000 से अधिक कारीगर
90 प्रतिशत से अधिक निर्यात
9850 करोड़ राजस्थान से निर्यात
4900 करोड़ निर्यात अकेले जोधपुर से