जयकुमार भाटी/जोधपुर. कहते है कि कुछ करने का जज्बा हो तो वेस्ट से बेस्ट भी किया जा सकता हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया शहर के सीए संजय भंडारी ने। उन्होंने पुलिस लाइन के बाहर खाली पड़ी जगह पर पेड़ पौधे लगाने के साथ वेस्ट आइटम का उपयोग कर बेस्ट ग्रीन पार्क बना डाला। अजित कॉलोनी निवासी संजय भंडारी के साथ उनके मौहल्ले के कुछ लोग भी इस पार्क को सुंदर बनाने में सहयोग करते रहे। ऐसे में भंडारी ने अपने घर के कबाड़ से वस्तुओं को पार्क में लाकर उनका उपयोग यहां किया, जिससे पार्क का सौंन्दर्य चमकने लगा। उन्होंने बच्चों के लिए झूले लगाने के साथ एक पुरानी विंटेज भी पार्क में लाकर रखी। वहीं टायर, पुरानी साइकिल, हारमोनियम व तगारी से नवाचार करते हुए पार्क को एक नया रूप दे दिया। अब सुकून देने वाले इस पार्क में पुलिस लाइन में आने वाले लोगों से लेकर राहगीर भी अपनी थकान मिटाते दिखाई देने लगे हैं। वहीं आस-पास के कार्यालयों के कर्मचारी लंच समय में यहां अपना समय व्यतीत करते नजर आ रहे हैं।
जयकुमार भाटी/जोधपुर. कहते है कि कुछ करने का जज्बा हो तो वेस्ट से बेस्ट भी किया जा सकता हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया शहर के सीए संजय भंडारी ने। उन्होंने पुलिस लाइन के बाहर खाली पड़ी जगह पर पेड़ पौधे लगाने के साथ वेस्ट आइटम का उपयोग कर बेस्ट ग्रीन पार्क बना डाला। अजित कॉलोनी निवासी संजय भंडारी के साथ उनके मौहल्ले के कुछ लोग भी इस पार्क को सुंदर बनाने में सहयोग करते रहे। ऐसे में भंडारी ने अपने घर के कबाड़ से वस्तुओं को पार्क में लाकर उनका उपयोग यहां किया, जिससे पार्क का सौंन्दर्य चमकने लगा। उन्होंने बच्चों के लिए झूले लगाने के साथ एक पुरानी विंटेज भी पार्क में लाकर रखी। वहीं टायर, पुरानी साइकिल, हारमोनियम व तगारी से नवाचार करते हुए पार्क को एक नया रूप दे दिया। अब सुकून देने वाले इस पार्क में पुलिस लाइन में आने वाले लोगों से लेकर राहगीर भी अपनी थकान मिटाते दिखाई देने लगे हैं। वहीं आस-पास के कार्यालयों के कर्मचारी लंच समय में यहां अपना समय व्यतीत करते नजर आ रहे हैं।
जयकुमार भाटी/जोधपुर. कहते है कि कुछ करने का जज्बा हो तो वेस्ट से बेस्ट भी किया जा सकता हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया शहर के सीए संजय भंडारी ने। उन्होंने पुलिस लाइन के बाहर खाली पड़ी जगह पर पेड़ पौधे लगाने के साथ वेस्ट आइटम का उपयोग कर बेस्ट ग्रीन पार्क बना डाला। अजित कॉलोनी निवासी संजय भंडारी के साथ उनके मौहल्ले के कुछ लोग भी इस पार्क को सुंदर बनाने में सहयोग करते रहे। ऐसे में भंडारी ने अपने घर के कबाड़ से वस्तुओं को पार्क में लाकर उनका उपयोग यहां किया, जिससे पार्क का सौंन्दर्य चमकने लगा। उन्होंने बच्चों के लिए झूले लगाने के साथ एक पुरानी विंटेज भी पार्क में लाकर रखी। वहीं टायर, पुरानी साइकिल, हारमोनियम व तगारी से नवाचार करते हुए पार्क को एक नया रूप दे दिया। अब सुकून देने वाले इस पार्क में पुलिस लाइन में आने वाले लोगों से लेकर राहगीर भी अपनी थकान मिटाते दिखाई देने लगे हैं। वहीं आस-पास के कार्यालयों के कर्मचारी लंच समय में यहां अपना समय व्यतीत करते नजर आ रहे हैं।
जयकुमार भाटी/जोधपुर. कहते है कि कुछ करने का जज्बा हो तो वेस्ट से बेस्ट भी किया जा सकता हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया शहर के सीए संजय भंडारी ने। उन्होंने पुलिस लाइन के बाहर खाली पड़ी जगह पर पेड़ पौधे लगाने के साथ वेस्ट आइटम का उपयोग कर बेस्ट ग्रीन पार्क बना डाला। अजित कॉलोनी निवासी संजय भंडारी के साथ उनके मौहल्ले के कुछ लोग भी इस पार्क को सुंदर बनाने में सहयोग करते रहे। ऐसे में भंडारी ने अपने घर के कबाड़ से वस्तुओं को पार्क में लाकर उनका उपयोग यहां किया, जिससे पार्क का सौंन्दर्य चमकने लगा। उन्होंने बच्चों के लिए झूले लगाने के साथ एक पुरानी विंटेज भी पार्क में लाकर रखी। वहीं टायर, पुरानी साइकिल, हारमोनियम व तगारी से नवाचार करते हुए पार्क को एक नया रूप दे दिया। अब सुकून देने वाले इस पार्क में पुलिस लाइन में आने वाले लोगों से लेकर राहगीर भी अपनी थकान मिटाते दिखाई देने लगे हैं। वहीं आस-पास के कार्यालयों के कर्मचारी लंच समय में यहां अपना समय व्यतीत करते नजर आ रहे हैं।
जयकुमार भाटी/जोधपुर. कहते है कि कुछ करने का जज्बा हो तो वेस्ट से बेस्ट भी किया जा सकता हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया शहर के सीए संजय भंडारी ने। उन्होंने पुलिस लाइन के बाहर खाली पड़ी जगह पर पेड़ पौधे लगाने के साथ वेस्ट आइटम का उपयोग कर बेस्ट ग्रीन पार्क बना डाला। अजित कॉलोनी निवासी संजय भंडारी के साथ उनके मौहल्ले के कुछ लोग भी इस पार्क को सुंदर बनाने में सहयोग करते रहे। ऐसे में भंडारी ने अपने घर के कबाड़ से वस्तुओं को पार्क में लाकर उनका उपयोग यहां किया, जिससे पार्क का सौंन्दर्य चमकने लगा। उन्होंने बच्चों के लिए झूले लगाने के साथ एक पुरानी विंटेज भी पार्क में लाकर रखी। वहीं टायर, पुरानी साइकिल, हारमोनियम व तगारी से नवाचार करते हुए पार्क को एक नया रूप दे दिया। अब सुकून देने वाले इस पार्क में पुलिस लाइन में आने वाले लोगों से लेकर राहगीर भी अपनी थकान मिटाते दिखाई देने लगे हैं। वहीं आस-पास के कार्यालयों के कर्मचारी लंच समय में यहां अपना समय व्यतीत करते नजर आ रहे हैं।
जयकुमार भाटी/जोधपुर. कहते है कि कुछ करने का जज्बा हो तो वेस्ट से बेस्ट भी किया जा सकता हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया शहर के सीए संजय भंडारी ने। उन्होंने पुलिस लाइन के बाहर खाली पड़ी जगह पर पेड़ पौधे लगाने के साथ वेस्ट आइटम का उपयोग कर बेस्ट ग्रीन पार्क बना डाला। अजित कॉलोनी निवासी संजय भंडारी के साथ उनके मौहल्ले के कुछ लोग भी इस पार्क को सुंदर बनाने में सहयोग करते रहे। ऐसे में भंडारी ने अपने घर के कबाड़ से वस्तुओं को पार्क में लाकर उनका उपयोग यहां किया, जिससे पार्क का सौंन्दर्य चमकने लगा। उन्होंने बच्चों के लिए झूले लगाने के साथ एक पुरानी विंटेज भी पार्क में लाकर रखी। वहीं टायर, पुरानी साइकिल, हारमोनियम व तगारी से नवाचार करते हुए पार्क को एक नया रूप दे दिया। अब सुकून देने वाले इस पार्क में पुलिस लाइन में आने वाले लोगों से लेकर राहगीर भी अपनी थकान मिटाते दिखाई देने लगे हैं। वहीं आस-पास के कार्यालयों के कर्मचारी लंच समय में यहां अपना समय व्यतीत करते नजर आ रहे हैं।
जयकुमार भाटी/जोधपुर. कहते है कि कुछ करने का जज्बा हो तो वेस्ट से बेस्ट भी किया जा सकता हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया शहर के सीए संजय भंडारी ने। उन्होंने पुलिस लाइन के बाहर खाली पड़ी जगह पर पेड़ पौधे लगाने के साथ वेस्ट आइटम का उपयोग कर बेस्ट ग्रीन पार्क बना डाला। अजित कॉलोनी निवासी संजय भंडारी के साथ उनके मौहल्ले के कुछ लोग भी इस पार्क को सुंदर बनाने में सहयोग करते रहे। ऐसे में भंडारी ने अपने घर के कबाड़ से वस्तुओं को पार्क में लाकर उनका उपयोग यहां किया, जिससे पार्क का सौंन्दर्य चमकने लगा। उन्होंने बच्चों के लिए झूले लगाने के साथ एक पुरानी विंटेज भी पार्क में लाकर रखी। वहीं टायर, पुरानी साइकिल, हारमोनियम व तगारी से नवाचार करते हुए पार्क को एक नया रूप दे दिया। अब सुकून देने वाले इस पार्क में पुलिस लाइन में आने वाले लोगों से लेकर राहगीर भी अपनी थकान मिटाते दिखाई देने लगे हैं। वहीं आस-पास के कार्यालयों के कर्मचारी लंच समय में यहां अपना समय व्यतीत करते नजर आ रहे हैं।
जयकुमार भाटी/जोधपुर. कहते है कि कुछ करने का जज्बा हो तो वेस्ट से बेस्ट भी किया जा सकता हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया शहर के सीए संजय भंडारी ने। उन्होंने पुलिस लाइन के बाहर खाली पड़ी जगह पर पेड़ पौधे लगाने के साथ वेस्ट आइटम का उपयोग कर बेस्ट ग्रीन पार्क बना डाला। अजित कॉलोनी निवासी संजय भंडारी के साथ उनके मौहल्ले के कुछ लोग भी इस पार्क को सुंदर बनाने में सहयोग करते रहे। ऐसे में भंडारी ने अपने घर के कबाड़ से वस्तुओं को पार्क में लाकर उनका उपयोग यहां किया, जिससे पार्क का सौंन्दर्य चमकने लगा। उन्होंने बच्चों के लिए झूले लगाने के साथ एक पुरानी विंटेज भी पार्क में लाकर रखी। वहीं टायर, पुरानी साइकिल, हारमोनियम व तगारी से नवाचार करते हुए पार्क को एक नया रूप दे दिया। अब सुकून देने वाले इस पार्क में पुलिस लाइन में आने वाले लोगों से लेकर राहगीर भी अपनी थकान मिटाते दिखाई देने लगे हैं। वहीं आस-पास के कार्यालयों के कर्मचारी लंच समय में यहां अपना समय व्यतीत करते नजर आ रहे हैं।