मंडोर के आसपास के कुओं की जलक्षमता बढ़ाती है नहर
बालसमंद पैलेस के मुख्य अभियंता पीके पुरोहित ने बताया कि करीब 4 फीट ऊंचाई वाली फीडर नहर दईजर की पहाड़ी स्थित जोगी तीर्थ से प्रारंभ होकर साहेबराम बांध, बेरीगंगा, निम्बा निंबड़ी, पंचकुण्ड, ब्राह्मणों का टांका होते हुए बालसमंद झील तक पहुंचती है। झील में पानी आने के बाद ही मंडोर के आसपास के कुओं में भी जलक्षमता बढ़ती है। लेकिन कुछ तथाकथित लोग पिछले कई सालों से बारिश शुरू होते ही नहर को जगह जगह से क्षतिग्रस्त कर देते है। इस साल भी जगह जगह से नहर तोड़ी गई है। बालसमंद पैलेस के सहायक सुरक्षा अधिकारी नवगुणसिंह ने पुलिस अधीक्षक से बेरीगंगा नहर को मानसून सीजन में क्षतिग्रस्त करने वाले शरारती लोगों के खिलाफ लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। पर्यावरण प्रेमी रामजी व्यास का कहना है कि बेरी गंगा वन क्षेत्र में लगातार अवैध खनन के चलते खनन क्षेत्र में बरसाती पानी का जमावड़ा ना हो इसके लिए प्राचीन नहर को जगह-जगह से क्षतिग्रस्त कर दिया जाता है।