फोटो- जेके भाटी/जोधपुर. जोधपुर के खेजड़ली और गुड़ा विश्नोई गांवों में बजरी का अवैध खनन कार्य जोरों पर चल रहा है। यहां बजरी माफिया खेतों में बजरी का स्टॉक करके रात को डंपर से सप्लाई करते है। खेजड़ली में तो अवैध बजरी निकालने के चलते सडक़ किनारे तक जमीन को खोखली कर डाली है। बेखौफ ट्रैक्टर-ट्राली में खुले आम बजरी ले जा रहे है। वहीं रात को सप्लाई में काम आने वाले डम्पर की नम्बर प्लेट तक नहीं लगी हुई है।
फोटो- जेके भाटी/जोधपुर. जोधपुर के खेजड़ली और गुड़ा विश्नोई गांवों में बजरी का अवैध खनन कार्य जोरों पर चल रहा है। यहां बजरी माफिया खेतों में बजरी का स्टॉक करके रात को डंपर से सप्लाई करते है। खेजड़ली में तो अवैध बजरी निकालने के चलते सडक़ किनारे तक जमीन को खोखली कर डाली है। बेखौफ ट्रैक्टर-ट्राली में खुले आम बजरी ले जा रहे है। वहीं रात को सप्लाई में काम आने वाले डम्पर की नम्बर प्लेट तक नहीं लगी हुई है।
फोटो- जेके भाटी/जोधपुर. जोधपुर के खेजड़ली और गुड़ा विश्नोई गांवों में बजरी का अवैध खनन कार्य जोरों पर चल रहा है। यहां बजरी माफिया खेतों में बजरी का स्टॉक करके रात को डंपर से सप्लाई करते है। खेजड़ली में तो अवैध बजरी निकालने के चलते सडक़ किनारे तक जमीन को खोखली कर डाली है। बेखौफ ट्रैक्टर-ट्राली में खुले आम बजरी ले जा रहे है। वहीं रात को सप्लाई में काम आने वाले डम्पर की नम्बर प्लेट तक नहीं लगी हुई है।
फोटो- जेके भाटी/जोधपुर. जोधपुर के खेजड़ली और गुड़ा विश्नोई गांवों में बजरी का अवैध खनन कार्य जोरों पर चल रहा है। यहां बजरी माफिया खेतों में बजरी का स्टॉक करके रात को डंपर से सप्लाई करते है। खेजड़ली में तो अवैध बजरी निकालने के चलते सडक़ किनारे तक जमीन को खोखली कर डाली है। बेखौफ ट्रैक्टर-ट्राली में खुले आम बजरी ले जा रहे है। वहीं रात को सप्लाई में काम आने वाले डम्पर की नम्बर प्लेट तक नहीं लगी हुई है।
फोटो- जेके भाटी/जोधपुर. जोधपुर के खेजड़ली और गुड़ा विश्नोई गांवों में बजरी का अवैध खनन कार्य जोरों पर चल रहा है। यहां बजरी माफिया खेतों में बजरी का स्टॉक करके रात को डंपर से सप्लाई करते है। खेजड़ली में तो अवैध बजरी निकालने के चलते सडक़ किनारे तक जमीन को खोखली कर डाली है। बेखौफ ट्रैक्टर-ट्राली में खुले आम बजरी ले जा रहे है। वहीं रात को सप्लाई में काम आने वाले डम्पर की नम्बर प्लेट तक नहीं लगी हुई है।
फोटो- जेके भाटी/जोधपुर. जोधपुर के खेजड़ली और गुड़ा विश्नोई गांवों में बजरी का अवैध खनन कार्य जोरों पर चल रहा है। यहां बजरी माफिया खेतों में बजरी का स्टॉक करके रात को डंपर से सप्लाई करते है। खेजड़ली में तो अवैध बजरी निकालने के चलते सडक़ किनारे तक जमीन को खोखली कर डाली है। बेखौफ ट्रैक्टर-ट्राली में खुले आम बजरी ले जा रहे है। वहीं रात को सप्लाई में काम आने वाले डम्पर की नम्बर प्लेट तक नहीं लगी हुई है।
फोटो- जेके भाटी/जोधपुर. जोधपुर के खेजड़ली और गुड़ा विश्नोई गांवों में बजरी का अवैध खनन कार्य जोरों पर चल रहा है। यहां बजरी माफिया खेतों में बजरी का स्टॉक करके रात को डंपर से सप्लाई करते है। खेजड़ली में तो अवैध बजरी निकालने के चलते सडक़ किनारे तक जमीन को खोखली कर डाली है। बेखौफ ट्रैक्टर-ट्राली में खुले आम बजरी ले जा रहे है। वहीं रात को सप्लाई में काम आने वाले डम्पर की नम्बर प्लेट तक नहीं लगी हुई है।
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