चार दिन से खत्म है स्टॉक
भले ही अस्पताल प्रशासन वाइल का स्टॉक निर्धारित मात्रा में होने की बात कह रहा हो, लेकिन हकीकत यह है कि अस्पताल में रक्त संग्रहण के काम आने वाली वाइल का पिछले चार दिनों से स्टॉक ही नहीं है। अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि अस्पताल प्रशासन को वाइल का स्टॉक खत्म होने की जानकारी कई दिनों पूर्व दे दी गई थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन की ओर से शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। वहीं इस समस्या के चलते मरीज अस्पताल कर्मचारियों से भी विवाद करने पर उतारु हो रहे हैं।
भले ही अस्पताल प्रशासन वाइल का स्टॉक निर्धारित मात्रा में होने की बात कह रहा हो, लेकिन हकीकत यह है कि अस्पताल में रक्त संग्रहण के काम आने वाली वाइल का पिछले चार दिनों से स्टॉक ही नहीं है। अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि अस्पताल प्रशासन को वाइल का स्टॉक खत्म होने की जानकारी कई दिनों पूर्व दे दी गई थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन की ओर से शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। वहीं इस समस्या के चलते मरीज अस्पताल कर्मचारियों से भी विवाद करने पर उतारु हो रहे हैं।
बाजार में दस गुना दाम में बिक रही वाइल
प्रशासन की इस लापरवाही से अस्पताल में खून जांच करने के लिए सेम्पल देने के लिए आने वाले मरीजों को बाहर दुकानों से जाकर वाइल खरीदनी पड़ रही है। मरीजों की इसी मजबूरी का फायदा उठाकर दुकानदार मनमाने दाम पर वाइल बेच रहे है। यही वजह है कि महज 5 से दस रुपए में आने वाली वाइल के दस गुना से अधिक दाम तक वसूल किए जा रहे हैं।
प्रशासन की इस लापरवाही से अस्पताल में खून जांच करने के लिए सेम्पल देने के लिए आने वाले मरीजों को बाहर दुकानों से जाकर वाइल खरीदनी पड़ रही है। मरीजों की इसी मजबूरी का फायदा उठाकर दुकानदार मनमाने दाम पर वाइल बेच रहे है। यही वजह है कि महज 5 से दस रुपए में आने वाली वाइल के दस गुना से अधिक दाम तक वसूल किए जा रहे हैं।
तीन काउंटर, हजारों मरीजों का भार
अस्पताल में रक्त के सेम्पल देने के लिए वर्तमान में तीन काउंटर हंै। जिनमें से एक जनाना विंग परिसर में है बाकी अन्य ओपीडी परिसर व पुराने भवन में है। तीनों काउंटरों पर प्रतिदिन औसतन पंद्रह सौ से दो हजार वाइलों की खपत होती है। इस बारे में अस्पताल के सैंट्रल लैब इंचार्ज से सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया।
अस्पताल में रक्त के सेम्पल देने के लिए वर्तमान में तीन काउंटर हंै। जिनमें से एक जनाना विंग परिसर में है बाकी अन्य ओपीडी परिसर व पुराने भवन में है। तीनों काउंटरों पर प्रतिदिन औसतन पंद्रह सौ से दो हजार वाइलों की खपत होती है। इस बारे में अस्पताल के सैंट्रल लैब इंचार्ज से सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया।