थानाप्रभारी दीपसिंह भाटी ने बताया कि बैंक प्रबंधक सतीश सामरिया निवासी पाली ने रिपोर्ट दी कि मंगलवार शाम को बैक बंद करके चले गए थे। बुधवार अलसुबह करीब चार बजे एसवीयू में आए नकाबपोश दो चोरों ने बंैक के एटीएम के आगे लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया। प्लास्टिक के लाल कलर के पट्टे को एटीएम से बांधकर गाड़ी से जोड़कर तोडऩे का प्रयास किया। लेकिन पट्टा टूट गया। बैंक के पास खुली चाय की होटल के लड़के को आरोपियों ने हथियार दिखाकर उसका मुंह बंद करवा दिया। मंगलवार शाम को एटीएम में 49 हजार 500 सौ रुपए भरे थे। चोरी की घटना से पूर्व दस मिनट पहले एटीएम से एक हजार नकदी निकाली गई थी। सीसीटीवी कैमरों में चोरी की घटना अलसुबह घटित हुई। गनीमत रही कि नकदी 48 हजार 500 सौं रुपए सुरक्षित बच गई। बैंक के एटीएम की सुरक्षा के लिए सीविल गार्ड लगाया था। लेकिन चोरी की वारदात के समय वह मौके पर नहीं था। एटीएम के अंदर सीसीटीवी कैमरों में दो चोरों के चेहरे कैद हुए हैं। पुलिस ने उसके आधार पर चोरों की तलाश में दबिश दे रही है।
इन दिनों इलाके में चोर लगातार एटीएम को निशाना बना रहे है। उसके बावजूद कई बैंक इसको लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे। जिससे चोरों के हौसले दिनों दिन बुलन्द होते जा रहे है। देचू का आसरलाई सड़क पर यूको बैंक की शाखा संचालित हैं। बैंक के आगे एटीएम लगा है। रात में यह इलाका सूनसान रहता है। करीब दो साल पहले चोरों ने यूको बैंक देचू का रोशनदान तोड़कर चोरी का प्रयास किया था। उसके बाद भी बैंक अधिकारी बैंक में गार्ड की सुविधा तक नहीं दे रहे। दी जोधपुर सैन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक शाखा देचू में दो पूर्व सैनिक गार्ड रहते हैं। एक गार्ड दिन तो दूसरा रात्रि में ड्यूटी करता है। बुधवार रात सीएचसी देचू के निकट ओरियन्टल बैंक का एटीएम तोडऩे का प्रयास किया। वहीं एसबीआई में गार्ड लगाया हैं। लेकिन वो कभी दिखाई नहीं दिया। एेसे में कागजों में गार्ड सीविल लगाकर बैंक अधिकारी खानापूर्ति करते दिख रहे है।
इन्होंने कहा
मैं अपने स्तर पर यूको बैंक में गार्ड नहीं लगा सकता हूं। उच्च अधिकारियों को लगाने के लिए लिखा था। बैंक के उच्च अधिकारी भूतपूर्व सैनिक को गार्ड लगाने का प्रावधान हैं। मनीष जांगिड़, प्रबन्धक यूको बैंक देचू।
देचू में अधिकांश एटीएम पर गार्ड को नहीं देखा हैं। मात्र कागजों में गार्ड चलाते हैं। ओरियन्टल बैक में चोरी के समय गार्ड मौजूद नहीं था। इसके लिए मैं उच्च अधिकारियों को पत्र भेजूंगा। दीपसिंह, थानाधिकारी देचू।