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निगम कर्मचारी ने इस तरह बनाया था फर्जी पट्टा…

- फर्जी पट्टा बनाने का आरोपी निगम का निलम्बित कर्मचारी गिरफ्तार

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Mayank Ghussar

नगर निगम का निल​म्बित कर्मचारी।

जोधपुर.

भगत की कोठी थाना पुलिस ने बोम्बे मोटर्स सर्कल के पास जगदम्बा कॉलोनी में भूखण्ड का फर्जी पट्टा बनाने के मामले में फरार नगर निगम के निलम्बित कर्मचारी को गिरफ्तार किया। भूखण्ड मालिक व उसका दोस्त पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।

थानाधिकारी छत्तरसिंह ने बताया कि प्रकरण में उदयमंदिर आसन के तिलक नगर निवासी मयंक घूस्सर (23) को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी नगर निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है और निलम्बित चल रहा है। फर्जी पट्टा बनाने का मामला दर्ज होने के बाद से वह फरार हो गया था। वह पुलिस स्टेशन के टॉप-10 वांछित में शामिल था।

एएसआइ प्रहलादराम के नेतृत्व में कांस्टेबल दौलाराम, धर्माराम, मोहनराम व शांतिप्रकाश ने तलाश के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए गए। इससे पहले सुल्तानसिंह व देवेन्द्रसिंह को गिरफ्तार किया गया था] जो जमानत पर हैं।

खुद ने ही पट्टे पर मोहर लगाकर साइन किए

जगदम्बा कॉलोनी के भूखण्ड का फर्जी पट्टा बनाए जाने का मामला सामने आने पर निगम उपायुक्त ने 8 जून को सुल्तान सिंह व अन्य के खिलाफ ठगी की एफआइआर दर्ज कराई थी। आराेप है कि सुल्तानसिंह ने अपने भूखण्ड का पट्टा बनाने के लिए निगम में गया था, जहां उसे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मयंक घूस्सर मिला था। वह पट्टा बनाने को राजी हो गया था। उसने निगम से एक खाली पट्टा विलेख चोरी कर आरोपी सुल्तानसिंह को दिया था। सुल्तान सिंह ने अपने मित्र की मदद से पट्टे पर अपना नाम, भूखण्डनम्बर आदि टाइप करवाए थे। फिर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को सौंप दिया था। मयंक ने निगम उपायुक्त की मोहर और फर्जी हस्ताक्षर कर पट्टा बना दिया था। फिर उसे भूखण्ड मालिक को सौंप दिया था।

पत्रिका ने उजागर किए थे फर्जीवाड़े

राजस्थान पत्रिका ने शनिवार के अंक में ‘11 महीने में 10 फर्जीवाड़े, सख्ती का ढोल, कार्रवाई में पोल’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर निगम में फर्जीवाड़े को उजागर किया था। इसमें पिछले ग्यारह महीने में दस फर्जीवाड़े का खुलासा किया गया था।