scriptयह सूर्यनगरी है, यहां इतना लॉकडाउन तो खुद सूरज ही लगा देता है | This is Suryanagari, here the sun itself puts so much lockdown | Patrika News

यह सूर्यनगरी है, यहां इतना लॉकडाउन तो खुद सूरज ही लगा देता है

locationजोधपुरPublished: May 05, 2021 08:14:15 pm

jodhpur covid-19
लाइव रिपोर्ट- भाटी चौराहा, रातानाडा चौराहा, सर्किट हाउस, पावटा चौराहा, नई सडक़ चौराहा, रेलवे स्टेशन, भास्कर सर्किलसमय- दोपहर 12.30 बजे से 2.30 बजे तक

यह सूर्यनगरी है, यहां इतना लॉकडाउन तो खुद सूरज ही लगा देता है

यह सूर्यनगरी है, यहां इतना लॉकडाउन तो खुद सूरज ही लगा देता है

जोधपुर. कोरोना के बढ़ते संक्रमण से चिंतित राज्य सरकार ने सोमवार से रेड अलर्ट अनुशासन पखवाड़ा लागू किया ताकि दोपहर 12 बजे के बाद घूमने-फिरने वालों को पकडकऱ क्वारेंटाइन किया जा सके। लेकिन जनता है कि अनुशासन मानती ही नहीं। दोपहर में भी लोग सडक़ों पर सामान्य दिनों की तरह की गाडिय़ां दौड़ाते हुए घूम रहे थे। दुकानें बंद है, इसी से बस लॉकडाउन का अहसास कर लो। कहने वाले कह गए यह सूर्यनगरी है। इतना लॉकडाउन तो मई में सूर्यदेव ही लगा देते हैं फिर सरकार ने क्या किया?
60 प्रतिशत अस्पताल जा रहे थे
दोपहर 12.30 बजे भाटी चौराहा पर पुलिस की कोई बंदिश नहीं थी। रातानाडा चौराहे पर एक एएसआई दो कांस्टेबल के साथ ड्यूटी दे रहे थे। पत्रिका रिपोर्टर ने वहां 15 मिनट बिताए। इस दौरान पुलिस की पूछताछ में 60 प्रतिशत लोग एम्स, एमडीएम अस्पताल और महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती अपने मरीज से मिलने अथवा किसी को अस्पताल दिखाने ले जा रहे थे।
30 प्रतिशत शादी, 20 प्रतिशत उठावणे का बहाना
दोपहर 1 बजे सर्किट हाउस तिराहे पर भी एक एएसआई दो कांस्टेबल के साथ ड्यूटी दे रहे थे। यहां गुजरने वालों में 30 प्रतिशत शादी और 20 प्रतिशत किसी की मौत में उठावणे अथवा मिलने जाने का बहाना कर रहे थे। परेशान पुलिसकर्मी कुछ के चालान काटते तो कई वाहन चालकों को मिन्नतें करने पर चेतावनी देकर छोड़ देते। स्कूटी पर एक 14 साल के बच्चे को रोकने पर बताया कि वह शादी में जा रहा है। पूछने पर पता चला कि शादी तो 30 अप्रेल हो गई, आज जातें (हिंदुओं में एक तरह की रस्म) देने जाना है।
पावटा चौराहे पर हर सैकेण्ड में आ रहे थे 5 से 7 वाहन
दोपहर 1.20 पर पावटा चौराहे पर उदयमंदिर थानाधिकारी सहित एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी, होमगार्ड व पुलिसमित्र खड़े थे। यहां चारों तरफ से ट्रेफिक आ रहा था। हर सैकेण्ड 5 से 7 वाहन गुजर रहे थे। कोई वेक्सीन लगाने जा रहा था, कोई अस्पताल में टिफिन पहुंचा रहा था और बाकी सरकार द्वारा अनुमत व्यक्ति थे। गले में पास लटकाए घुमने वालों की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक थी। एक बाइक पर तीन बैठकर आए तो पुलिस को मौका मिला और चालान फाड़ा।
नई सडक़ पर गर्मी से परेशान पुलिस वाले
दोपहर 1.40 बजे नई सडक़ पर गर्मी से परेशान पुलिस वाले एक तरफ खड़े नजर आए। वाहन चालक भी सिग्नल की बत्ती हरी होने के चक्कर में छाया में एक तरफ खड़े थे। भीषण गर्मी के कारण यहां पूछताछ ही मुश्किल हो रही थी।
रेलवे स्टेशन सर्किल सूना, ऑटो का इंतजार कर रही सवारियां
दोपहर 2 बजे रेलवे स्टेशन सर्किल सूना था। आने-जाने वाली कुछ सवारियां जरुर ऑटो का इंतजार कर रही थी।

भास्कर सर्किल, रातानाडा
दोपहर 2.20 बजे: यहां एक कांस्टेबल की ड्यूटी थी। वाहनों की भी कोई खास आवाजाही नहीं थी। एक कांस्टेबल की ड्यूटी थी। गर्मी के मारे वह भी दुकान की छांव में बैठा था।
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