गत दो वर्षों के दौरान साथीन गांव विशेष तौर पर चोरों के टारगेट पर रहा हैं। नकबजनी की वारदातों का खुलासा नहीं होने से नकबजनों के हौसले बुलंद है। नकबजनों ने अप्रेल 2017 में श्यामसुंदर सोनी, नथाराम देवासी समाधि स्थल, पंचायत भवन से बैटरियां एवं अन्य जरूरी सामान, अगस्त 2017 में तीन घरों में रामकिशन गौड़, भीखाराम गौड़, सीताराम जाट एवं 31 दिसंबर 2018 में आसुपुरी गोस्वामी, दिनेश प्रजापत, चंपालाल प्रजापत, ओमप्रकाश प्रजापत, श्यामलाल प्रजापत के घरों से लाखों की नकदी एवं जेवरात ले उड़े थे। इन मामलों में अभी तक पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिली है। निप्र