ऐसे पेड़ के नीचे दबे छात्र पावटा चौराहा स्थित होटल मेपल के पास बरसात के दौरान तीन छात्र नीम पेड़ के नीचे खड़े थे। तीनों छात्र कोचिंग पढ़कर घर लौट रहे थे। तब बरसात शुरू हो गई। बरसात के बचने के लिए वे पेड़ के नीचे खड़े हो गए थे। शाम करीब साढ़े 5 बजे पेड़ अचानक गिर गया। पेड़ के दबाव से पास की दीवार भी ढह गई। पेड़ व दीवार के नीचे तीनों छात्र दब गए। सूचना पाकर आपदा दल मौके पर पहुंचा और पेड़ व दीवार के नीचे दबे छात्रों को बाहर निकाला। जिसमें से एक की मृत्यु हो गई, दो घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायल दोनों छात्रों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
भीतरी शहर में बरसाती पानी का बहाव इस कदर तेज था कि कई दुपहिया वाहन पानी में बहने लगे। अजीत कॉलोनी में खड़ी दो कारें पानी में डूब गई।
ऐसे पेड़ के नीचे दबे छात्र पावटा चौराहा स्थित होटल मेपल के पास बरसात के दौरान तीन छात्र नीम पेड़ के नीचे खड़े थे। तीनों छात्र कोचिंग पढ़कर घर लौट रहे थे। तब बरसात शुरू हो गई। बरसात के बचने के लिए वे पेड़ के नीचे खड़े हो गए थे। शाम करीब साढ़े 5 बजे पेड़ अचानक गिर गया। पेड़ के दबाव से पास की दीवार भी ढह गई। पेड़ व दीवार के नीचे तीनों छात्र दब गए। सूचना पाकर आपदा दल मौके पर पहुंचा और पेड़ व दीवार के नीचे दबे छात्रों को बाहर निकाला। जिसमें से एक की मृत्यु हो गई, दो घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायल दोनों छात्रों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
Kanaram Mundiyar
चिकित्सा-शिक्षा, राजनीति, शहरी ढांचागत विकास व आमजन के मुद्दों पर खोजपूर्ण खबरों में खास रूचि। 24 साल से प्रिन्ट, डिजिटल व टीवी पत्रकारिता में समान रूप से सक्रिय। माणक अलंकरण, पंडित झाबरमल्ल स्मृति, वीर दुर्गादास राठौड़ पत्रकारिता पुरस्कार एवं दक्षिण एशियाई लाडली मीडिया अवार्ड से पुरस्कृत। ब्यावर, अजमेर, नागौर, जोधपुर, कोटा व भीलवाड़ा में काम किया। वर्तमान में जयपुर मुख्यालय में समाचार सम्पादक पद पर कार्यरत।