प्रतिदिन बन रही पांच हजार औषधीय रोटियां गत चार दिनों से प्रति दिन पांच हजार औषधीय रोटियां बनाकर गायों को खिलाई जा रही है। इससे फलोदी क्षेत्र में पनप रही लम्पी स्किन की बीमारी से राहत मिलने की उम्मीद बंधी है। गौरतलब है कि वर्तमान में हर गली और मोहल्ले में लम्पी स्किन बीमारी से ग्रसित गोवंश देखा जा सकता है। इस बीमारी से प्रतिदिन दर्जनों गायों की मौत भी हो रही है।
दो समूह है सक्रिय गोवंश का जीवन बचाने के लिए रोटियां बनाने के लिए दो समूह सक्रिय है। गोसेवक शिव पुरोहित व दिनेश रंगा जीएसटी के अतिरिक्त आयुक्त की ओर से अलग-अलग स्थानों पर रोटियां बनवाई जा रही है। रोटियों का वितरण लाधूराम रंगा एज्यूकेशनल ट्रस्ट की ओर से करवाया जा रहा है। ट्रस्ट के प्रतिनिधि दिनेश कुमार रंगा ने बताया कि मालियों के बास स्थित एक मकान में भंडारा की तरह काम किया जाकर प्रतिदिन 800 निराश्रित गोवंश को औषधीय रोटी खिलाई जा रही है।
नहला रहे फिटकरी युक्त पानी से गोवंश के शरीर पर लम्पी स्किन लेकर पहुंचने वाली मक्खी के संक्रमण का असर ना हो इसके गौसेवक फीटकरीयुक्त पानी से गोवंश को नहलाने का कार्य भी कर रहे है। इससे भी संक्रमण को खत्म करने का कार्य किया जा सके।
ये बने सहभागी
गोवंश को लम्पी स्किन नामक बीमारी से मुक्त करने के लिए दिनेश रंगा, शिवा पुरोहित, डीएल पुरोहित, विकास बोहरा, रामसा थानवी जेआरडी, पूर्णा व्यास, बेबी बोहरा, ममता पुरोहित, लता, ज्योति व गुमानी माली, मनोज जोशी, ललित बोहरा, विकास, कैलाश रंगा, विनय बोहरा, गोपाल छंगाणी, हरीश छंगाणी व इनकी पूरी टीम जुटी हुई है।
पौष्टिक आहार पहुंचाने में सहयोग की अपील
लम्पी स्किन से गोवंश का जीवन बचाने के लिए दिनेश रंगा ने आमजन से ट्रस्ट के माध्यम से पौष्टिक आहार पहुंचाने के लिए आगे आने, सहयोग करने और सूचना देने की अपील की है।