वहीं जोधपुर वायुसेना स्टेशन पर कल से शुरू हुए कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के लिए एयरक्राफ्ट डिस्पले, पैराट्रूपिंग, ग्लाइडर्स और लड़ाकू विमान सुखोई-30 के एयरोबेटिक डिस्पले किए गए थे। स्कूली बच्चों को भारतीय वायु सेना के बारे में जानकारी देने के साथ शहीदों की शहादत के बारे में बताया गया। वायु सेना स्टेशन पर स्कूली बच्चों के लिए एयरक्राफ्ट डिस्पले आयोजित किया गया था। स्टेशन पर बच्चों को वायु सेना का लड़ाकू विमान सुखोई-30, मिग-27, एमआई-17 हेलीकॉप्टर और रूद्र हेलीकॉप्टर दिखाया गया। इसके अलावा वायु सेना की ओर से लड़ाकू विमान में इस्तेमाल की जाने वाली गन हथियार सहित अन्य उपकरण भी प्रदर्शित किए गए। वायुसेना स्टेशन के एयर ऑफिसर कमाण्डिंग एयर कोमोडोर फिलिप थॉमस ने बताया कि कारगिल दिवस पर एक सप्ताह तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे।
डेयर डेविल्स ने किया अचंभित
वायु सेना की डेयर डेविल्स टीम की ओर से पैराट्रूपिंग का प्रदर्शन किया गया। आसमान में हेलीकॉप्टर से काफी ऊंचाई से वायुसेना के 6 जवानों ने स्काई डाइविंग की थी। वायु सेना की इस टीम ने स्कूली बच्चों से मुलाकात कर उन्हें इसकी जानकारी दी। स्काई डाइविंग के बाद लड़ाकू विमान सुखोई-30 की ओर से लो फ्लाइंग करते हुए कई करतब दिखाए गए थे। दो हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उडऩे वाला सुखोई एक समय में स्टेशन पर केवल दो सौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से स्लो फ्लाइंग करता हुआ नजर आया। वर्टिकल व चार्ली फॉरमेशन ने भी खूब रोमांचित किया था।