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फसलों को बीमारियों से बचाएगी ट्राइकोडर्मा फफूंद

locationजोधपुरPublished: Dec 05, 2021 10:50:04 pm

Submitted by:

Amit Dave

– कृषि विवि बार्क के साथ मिल कर रहा परीक्षण

फसलों को बीमारियों से बचाएगी ट्राइकोडर्मा फफूंद

फसलों को बीमारियों से बचाएगी ट्राइकोडर्मा फफूंद

जोधपुर।
जोधपुर कृषि विश्वविद्यालय भाभा आणविक अनुसंधान संस्थान (बार्क) मुम्बई के साथ मिलकर विभिन्न फसलों में लगने वाली बीमारियों की रोकथाम करेगा। इसके लिए विवि व बार्क ट्राइकोडर्मा फफूंद पर परीक्षण कर रहा है। सकारात्मक परिणाम आने पर बार्क के सहयोग से ट्राइकोडर्मा मित्र फफूंद का कृषि विवि में उत्पादन कर किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं बार्क की ओर से उत्पादित हाइड्रोजेल उत्पाद से पश्चिमी राजस्थान में कम पानी से फसलों का उत्पादन होगा। यह उत्पाद भूमि में पानी को सोंखकर पौधों को उपलब्ध कराता है। यह अपने वजन से ४०० गुना अधिक पानी को रोककर रखता है। विवि में इस उत्पाद पर भी परीक्षण किया जा रहा है।
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गेंहूं-सरसों पर हो रहा काम
कृषि विश्वविद्यालय बार्क के साथ मिलकर रेडिएशन टेक्नोलॉजी से गेंहूं, सरसों, जीरा व ईसबगोल की नई किस्में विकसित करेगा। जो अन्य तरीकों से विकसित किस्मों से ज्यादा कारगर होगी। इस तकनीकी से इन फसलों में कटाई के बाद होने वाले नुकसान को रोकने के लिए उनको बचाने का काम किया जाएगा। विवि वर्तमान में गेहूं व सरसों पर परीक्षण कर रहा है।

बार्क के साथ एमओयू करने वाला प्रदेश का पहला विवि
जोधपुर कृषि विश्वविद्यालय व बार्क के बीच अनुसंधान के विभिन्न क्षेत्रों में तथा कृषि में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में परस्पर सहयोग के लिए पांच वर्षीय समझौता किया गया है। समझौते के तहत बार्क व विवि मिलकर महत्वपूर्ण फ सलों की उन्नतशील व रोगरोधी किस्मों पर काम करेंगे, जो पश्चिमी राजस्थान की जलवायु के अंतर्गत अधिक उपज व गुणवत्तापूर्ण उत्पाद पैदा करने में सक्षम होगी। बार्क के साथ एमओयू करने वाला जोधपुर प्रदेश का पहला कृषि विवि है।

बार्क के साथ हुए करार के तहत ट्राइकोडर्मा, हाइड्रोजेल व विभिन्न फसलों पर परीक्षण कार्य चल रहा है। इस समझौते से न केवल विभिन्न फसलों, किस्मों का विकास होगा बल्कि यहां के विद्यार्थियों को बार्क में करने का अवसर भी मिलेगा।
डॉ बीआर चौधरी, कुलपति
कृषि विवि जोधपुर

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