विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय स्वयंसेवक इकाई (एनएसएस) के स्वयंसेवकों ने कोविड-19 के दरमियान एक वाट्सएप ग्रुप बनाया था। इस ग्रुप में किसी जरूरतमंद को रक्त की आवश्यकता पडऩे का संदेश मिलने पर छात्र-छात्राएं अस्पताल जाकर रक्तदान करके आते हैं। गुरुवार दोपहर 1.10 बजे विवि के किसी छात्र ने मैसेज करके बताया कि उसके गांव के एक 8 वर्षीय बालक धीराराम को सांप ने काट लिया और गंभीर हालत में एम्स लेकर आए हैं। एम्स में डॉक्टरों ने हाथों-हाथ दो यूनिट खून चढ़ाने की बात कही है। सूचना मिलने पर एमएससी भौतिकी के छात्र तरुण सिसोदिया और सुरेंद्र चौधरी ने रक्तदान करने का निर्णय किया। वे जेएनवीयू नया परिसर से सीधा इमरजेंसी पहुंचे और धीराराम के माता-पिता से मिले। कुछ ही देर में दोनों ने एक साथ रक्तदान किया। दोपहर 2.30 बजे दोनों रक्तदान करके वापस विवि पहुंच गए। कुलपति प्रो पीसी त्रिवेदी और एनएसएस समन्वयक डॉ केआर पटेल ने छात्रों की पीठ थपथपाई।
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‘हमने कोविड में जरुरतमंदों की मदद के लिए ब्लड डोनर्स ग्रुप बनाया था। आज भी जरुरत पडऩे पर डेढ़ घण्टे में ही हमारे दो छात्रों ने रक्तदान करके बच्चे के जीवन को संकट से बाहर निकाला।’
प्रो प्रवीण गहलोत, कार्यक्रम अधिकारी (एनएसएस), जेएनवीयू
प्रो प्रवीण गहलोत, कार्यक्रम अधिकारी (एनएसएस), जेएनवीयू