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डेंगू के साथ दूसरे वायरस भी बोल रहे हल्ला, अस्पताल आ रहे जोड़ दर्द के मरीज

locationजोधपुरPublished: Oct 17, 2019 11:08:30 am

Submitted by:

Harshwardhan bhati

शहर में इन दिनों मौसमी बीमारियों ने हल्ला बोल दिया है। डेंगू-चिकनगुनिया के साथ अन्य वायरस भी लोगों की कमर तोड़ रहे हैं। कई घरों में बच्चों से लेकर बड़े तक बीमार चल रहे हैं। इन दिनों महात्मा गांधी अस्पताल व मथुरादास माथुर अस्पताल में डेंगू-चिकनगुनिया जैसे लक्षण वाले ही मरीज सामने आ रहे हैं।

various virus are attacking people in jodhpur

डेंगू के साथ दूसरे वायरस भी बोल रहे हल्ला, अस्पताल आ रहे जोड़ दर्द के मरीज

जोधपुर. शहर में इन दिनों मौसमी बीमारियों ने हल्ला बोल दिया है। डेंगू-चिकनगुनिया के साथ अन्य वायरस भी लोगों की कमर तोड़ रहे हैं। कई घरों में बच्चों से लेकर बड़े तक बीमार चल रहे हैं। इन दिनों महात्मा गांधी अस्पताल व मथुरादास माथुर अस्पताल में डेंगू-चिकनगुनिया जैसे लक्षण वाले ही मरीज सामने आ रहे हैं। कई मरीजों को तेज बुखार के साथ जोड़ दर्द भी हो रहा है, लेकिन इन मरीजों की रिपोर्ट में डेंगू-चिकनगुनिया नेगेटिव आ रहा है।
मथुरादास माथुर व महात्मा गांधी अस्पताल में मेडिसिन की आउटडोर भी दोगुनी गई है। मथुरादास माथुर अस्पताल के न्यू आउटडोर में मरीजों की लंबी लाइनें लगना शुरू हो गई हैं। कई मरीज फर्श पर बैठकर डॉक्टर से मिलने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। मरीजों की बजाय उनके परिजन कतार में खड़े हो रहे हैं। इसके बाद नि:शुल्क दवा काउंटरों पर भी डेढ़ घंटे तक मरीज व परिजन कतार में लग रहे हैं।
एमडीएमएच अधीक्षक डॉ. महेन्द्र कुमार आसेरी का कहना हैं कि मौसमी बीमारियों के कारण मरीजों की कतारें बढ़ गई हैं। मेडिसिन का आउटडोर भी बढ़ गया है। वहीं बुधवार को डेंगू बीमारी के 16 और टायफाइड के 15 मामले सामने आए हैं। डेंगू रोगियों का आंकड़ा 392 तक पहुंच गया है। वहीं टायफाइड के इस साल 997 मरीज सामने आ चुके हैं।
वातावरण में बहुत से वायरस, कइयों के लक्षण एक जैसे
वातावरण में बहुत सारे वायरस हैं। चिकित्सा विज्ञान को स्वाइन फ्लू, डेंगू व चिकनगुनिया के नाम पता हैं। कुछ वायरस पहचान में नहीं आए हैं। कई वायरस में एक जैसे लक्ष्ण हैं, जिनमें शरीर टूटना, आंखों में जलन, बदन दर्द, तेज बुखार व प्लेटलेट्स कम हो जाना लक्षण है। कई बार जल्दी टेस्ट कराने पर बीमारी जांच में सामने नहीं आती। सितंबर-अक्टूबर माह और मार्च-अप्रेल माह में वायरस व बैक्टीरिया ज्यादा धावा बोलते हैं। अत्यधिक गर्मी व सर्दी में बैक्टीरिया व वायरस सक्रिय नहीं रह पाते। इन बीमारियों को पनपने के लिए 27 से 35 डिग्री का तापमान अनुकूल होता है। इस सीजन में सांस की बीमारियां व साधारण फ्लू के मरीज भी बढ़ जाते हैं। इस सीजन में पानी से होने वाली बीमारियां के मरीज भी ज्यादा आते हैं।
– डॉ. आलोक गुप्ता, सीनियर प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज
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