पुलिस व प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चिमाणा निवासी नवलाराम जाट (Navalaram Jat ) की हत्या के मामले में चार दिन से चल रहा गतिरोध अब समाप्त हो गया। चौथे दिन शुक्रवार सुबह से पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने वार्ता की। तब परिजन ने जिला कलक्टर के नाम पांच सूत्रीय मांग का ज्ञापन सौंपा। जिसमें हत्यारों की गिरफ्तारी, शव का बोर्ड से पोस्टमार्टम, मृतक के परिजन को २५ लाख रुपए का मुआवजा, मृतक के आश्रित पुत्र को सरकारी नौकरी और मृतक के घर से दासुड़ी में सब्जी की दुकान तक सडक़ बनाने की मांग शामिल है। शाम साढ़े पांच बजे जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित व पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ ने एक बार धरनास्थल पर ग्रामीणों व परिजन से वार्ता की।
काफी देर तक चली वार्ता के बाद जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित मृतक के मकान पहुंचे और परिजन से वार्ता की। साथ ही घर से गांव व दासूड़ी तक आने-जाने वाले मार्ग के बारे में जानकारी ली। तत्पश्चात जिला कलक्टर दुबारा मौके पर आए और एसपी बारहठ के साथ ग्रामीण व परिजन से वार्ता की। कुछ मांगों पर सहमति व निस्तारण का आश्वासन मिलने पर रात साढ़े आठ बजे शव उठाया गया। पुलिस सुरक्षा में शव एम्बुलेंस में जोधपुर के अस्पताल भिजवाया गया, जहां संभवत: शनिवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
चार दिन से मौके पर ही रखा था शव
चिमाणा निवासी नवलाराम जाट (६०) गत २९ जुलाई की रात करीब आठ बजे दासूड़ी में दुकान से घर के लिए निकला था। इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी और कान, गले व हाथ में पहने जेवर और जेब से रुपए लूटकर शव ओरण में पटक दिया गया था। पत्नी व अन्य परिजन ३० जुलाई की सुबह तलाश करते ओरण पहुंचे तो नवलाराम का शव मिला था। पुत्र की तरफ से अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था।
चिमाणा निवासी नवलाराम जाट (६०) गत २९ जुलाई की रात करीब आठ बजे दासूड़ी में दुकान से घर के लिए निकला था। इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी और कान, गले व हाथ में पहने जेवर और जेब से रुपए लूटकर शव ओरण में पटक दिया गया था। पत्नी व अन्य परिजन ३० जुलाई की सुबह तलाश करते ओरण पहुंचे तो नवलाराम का शव मिला था। पुत्र की तरफ से अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था।