जोधपुर में अगस्त 2009 में स्वाइन फ्लू का पहला मामला सामने आया था। तब से अब इस रोग से 207 रोगियों की मौत हो चुकी है। मृतकों में 130 महिलाएं थी। इस साल अभी तक जोधपुर में स्वाइन फ्लू के 47 मरीज सामने आ चुके हंै। दस जनों की मौत हो चुकी हैं।
– बीमार पडऩे के बाद खुद ही घर में इलाज करना। – स्थिति नियंत्रण से बाहर होने के बाद अस्पताल पहुंचना। ‘ महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान प्रतिरोधक क्षमता कम होती है जिस कारण वे स्वाइन फ्लू की चपेट में जल्दी आती है। वैसे भी पुरुषों की तुलना में महिलाओं की रोगों से लडऩे की क्षमता कमजोर होती है।’ – डॉ. पीके खत्री, विभागाध्यक्ष, माइक्रोबॉयोलोजी विभाग, डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज
साल – पुरुष मौत – महिला 2009 – 29 – 51
2010 – 4 – 3 2011 – 1 – 4
2012 – 7 – 8 2013 – 15 – 33
2014 – 0 – 1
2010 – 4 – 3 2011 – 1 – 4
2012 – 7 – 8 2013 – 15 – 33
2014 – 0 – 1
2015 – 14 – 16
2016 – 0 – 1 2017 – 4 – 6
(ये सभी आंकड़े सीएमएचओ और डॉ. एसएन मेडिकल से लिए गए हैं, इनमें थोड़ा बहुत ही अंतर आ सकता है।)
2016 – 0 – 1 2017 – 4 – 6
(ये सभी आंकड़े सीएमएचओ और डॉ. एसएन मेडिकल से लिए गए हैं, इनमें थोड़ा बहुत ही अंतर आ सकता है।)