चयनित दोनों महिलाएं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रेरित एवं सहमति प्राप्त योजना के तहत विदेशों में भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हुए संबंधित देश में भारतीय दूतावास से जुड़कर लोगों को भारतीय संस्कृति एवं योग से रूबरू करवाएंगी। विदेशों में इनका कार्यकाल दो वर्ष का रहेगा। कीर्ति चौरडिय़ा ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि वे पिछले नौ साल से श्रीश्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लिविंग संस्थान में हैप्पीनेस प्रोगाम की प्रशिक्षका है। डॉ. ललिता संचेती ने बताया कि वे शास्त्रीनगर में पिछले छह साल से संचालित योग एवं मेडिटेशन केन्द्र सृजन के माध्यम से खास तौर पर गर्भवती एवं पोस्ट नटल योग का प्रशिक्षण दे रही है। आर्ट ऑफ लिविंग के योग एवं बच्चों के प्रोगाम आर्ट एक्सेल एवं यस की भी प्रशिक्षका है।