काल्पनिक टारगेट को किया ध्वस्त
पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में आकाश मिसाइल के परीक्षण के दौरान हवा में दुश्मन का काल्पनिक ठिकाना तैयार किया गया। इसके बाद आकाश मिसाइल के एडवांस वर्जन का परीक्षण किया गया। चंद सैकेण्ड में ही मिसाइल ने दुश्मन के ठिकाने को नैस्तनाबूद कर दिया।
क्रूज मिसाइल की तरह काम करती है आकाश
इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट कार्यक्रम के अंतर्गत डीआरडीओ ने नाग, अग्नि, त्रिशूल और पृथ्वी बैलेस्टिक मिसाइल के अलावा आकाश मिसाइल का विकास किया है। आकाश मिसाइल एक तरह से डिफेंस सिस्टम की तरह काम करती है। यह हवा में लड़ाकू विमान क्रूज मिसाइल ड्रोन और हेलीकॉप्टर से छोड़ी गई मिसाइल को निशाना बना सकती है। आकाश एनजी मल्टीफंक्शन राडार पर काम करती है। यह मिसाइल सर्च ट्रेन एंड फायर कंट्रोल पर आधारित है। इसमें सिंगल यूनिट पर तीन विभिन्न राडार लगे हुए है। आकाश को सेना के ट्रक से आसानी से दागा जा सकता है।
इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट कार्यक्रम के अंतर्गत डीआरडीओ ने नाग, अग्नि, त्रिशूल और पृथ्वी बैलेस्टिक मिसाइल के अलावा आकाश मिसाइल का विकास किया है। आकाश मिसाइल एक तरह से डिफेंस सिस्टम की तरह काम करती है। यह हवा में लड़ाकू विमान क्रूज मिसाइल ड्रोन और हेलीकॉप्टर से छोड़ी गई मिसाइल को निशाना बना सकती है। आकाश एनजी मल्टीफंक्शन राडार पर काम करती है। यह मिसाइल सर्च ट्रेन एंड फायर कंट्रोल पर आधारित है। इसमें सिंगल यूनिट पर तीन विभिन्न राडार लगे हुए है। आकाश को सेना के ट्रक से आसानी से दागा जा सकता है।