उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों से त्रस्त है और जनता को कहीं राहत नहीं मिल रही है। इसलिए अभाव अभियोग प्रकोष्ठ सभी जिलों में जनसुनवाई शिविर लगाकर आमजनता की समस्याएं सुनेगा। इन समस्याओं को प्रदेशभर पर संकलित कर राज्यपाल को सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस विपक्ष में है और उसका दायित्व है कि वह जनता के दु:ख दर्द के समाधान के लिए आवाज उठाए।
इस दौरान शर्मा ने सरकार की ओर से किए गए वायदों को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि राज्य सरकार युवाओं को 15 लाख सरकारी नौकरी देने में नाकाम रही है। किसानों के कर्ज माफ नहीं किए जा रहे हैं। बिजली में कुप्रबंधन से प्रदेश में बिजली संकट गहराया हुआ है। चिकित्सा क्षेत्र में काफी अराजकता होने से स्वाइनफ्लू जैसी घातक बीमारियां हो गई है। शर्मा ने कहा कि यही नहीं जोधपुर सहित पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है और प्रदेश में भय का माहौल है। शर्मा ने कहा कि जनता अजमेर , अलवर संसदीय क्षेत्रों व मांडलगढ के विधानसभा उपचुनावों में सरकार को जवाब देगी और यहां भाजपा बुरी तरह परास्त होगी। गौरतलब है कि अगले साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। गौरतलब है कि अगले साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं।