डेंगू बुखार महामारी के रूप में है, जो ज्यादातर बच्चों में जल्दी फैलता है, लेकिन यह किसी भी उम्र के लोगों में फैल सकता है। डेंगू बुखार वाकई संक्रामक रोग है, मगर यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। जब मच्छर किसी पीडि़त व्यक्ति के काटता है तो पीडि़त व्यक्ति के परजीवी मच्छर में भी आ जाते है। जब यही मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो स्वस्थ व्यक्ति भी इस वायरल से संक्रमित हो जाता है। यह मच्छर बारिश के मौसम में बहुत ही तेजी से फैलता है और यह रुके पानी में प्रजनन प्रक्रिया शुरू कर देता है। इसके मुख्य स्थान प्लास्टिक बैग, कैन, गमले, सड़कों या कूलर में जमा पानी है। इसी तरह से ये प्रक्रिया चलती रहती है। जिस दिन डेंगू वायरस से संक्रमित कोई मच्छर किसी व्यक्ति के काटता है तो उसके लगभग 3 से 5 दिनों बाद व्यक्ति में डेंगू बुखार के लक्षण प्रकट हो सकते है। इस तरह का संक्रामक काल 3 से 10 दिनों तक भी हो सकता है। डेंगू की शुरुआत तेज बुखार, सिरदर्द और पीठ में दर्द से होती है। शुरू के 3 से 4 घंटों तक जोड़ों में भी बहुत दर्द होता है। अचानक शरीर का तापमान 104 डिग्री और ब्लड प्रेशर भी नॉर्मल से बहुत कम हो जाता है। इसी मौसम में मलेरिया व चिकनगुनिया जैसी बीमारियां भी फैलती हैं।
पूरी आस्तीन के कपड़े पहनेंमच्छर बचाव के लिए फूल बाजू के कपड़े पहनें। कूलर इत्यादि खाली रखे। बुखार के लक्ष्ण आते ही तुरंत चिकित्सक की सलाह ले। गंदे पानी में एमएलओ डाला जा रहा है तो साफ पानी में टेमिफॉस डाल रहे हंैं। इस बार नगर निगम फोगिंग का कार्य करेगा। जिस एरिया में डेन्सिटी ज्यादा है, वहां फोगिंग होगी।
– डॉ. एसएस चौधरी, सीएमएचओ