जोधपुर

जोधपुराइट्स सावधान…! आने वाले दस दिन हैं शहर पर भारी, लेकिन आप यूं बच सकते हैं

जोधपुराइट्स के लिए आने वाले दस दिन काफी भारी हो सकते हैं, लेकिन आप कुछ एेसा कर बच सकते हैं।
 

जोधपुरAug 13, 2017 / 12:57 pm

Nidhi Mishra

dengue in Jodhpur

शहर में दस-पन्द्रह दिन पहले आई बारिश अब शहर के बाशिंदों पर डेंगू के रूप में कहर बरपा सकती है। नगर में जगह-जगह गड्ढों, पतीलों और अन्य खुली जगह जमा हुए साफ पानी में एडीज मच्छरों के लार्वा डेंगू फैला सकते हैं। चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग ने यह अनुमान व्यक्त किया है। ये एडीज मच्छर अब आपके काट कर डेंगू फैला सकते हैं। जबकि मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस सीजन में १५० एमएम बारिश हो चुकी है, जो औसतन बारिश की आधी है। इन हालात में डेंगू का खतरा भी संभावित है। उधर चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि शहर के सरोवरों और बावडि़यों में गंबूछियां मछलियों छोडऩे और जमा स्थाई पानी में टेमिफोस का छिड़काव कर दिया गया है। इस बार फोगिंग की जिम्मेदारी नगर निगम की रहेगी। इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव ने पत्र जारी किया है। इसके अलावा अगर कहीं डेंगू रोगी दिखे तो घरों में छिड़काव और आसपास के इलाकों में जागरूकता की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होगी। यह है डेंगू ?
 

डेंगू बुखार महामारी के रूप में है, जो ज्यादातर बच्‍चों में जल्‍दी फैलता है, लेकिन यह किसी भी उम्र के लोगों में फैल सकता है। डेंगू बुखार वाकई संक्रामक रोग है, मगर यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। जब मच्छर किसी पीडि़त व्यक्ति के काटता है तो पीडि़त व्यक्ति के परजीवी मच्छर में भी आ जाते है। जब यही मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो स्वस्थ व्यक्ति भी इस वायरल से संक्रमित हो जाता है। यह मच्छर बारिश के मौसम में बहुत ही तेजी से फैलता है और यह रुके पानी में प्रजनन प्रक्रिया शुरू कर देता है। इसके मुख्य स्थान प्लास्टिक बैग, कैन, गमले, सड़कों या कूलर में जमा पानी है। इसी तरह से ये प्रक्रिया चलती रहती है। जिस दिन डेंगू वायरस से संक्रमित कोई मच्छर किसी व्यक्ति के काटता है तो उसके लगभग 3 से 5 दिनों बाद व्यक्ति में डेंगू बुखार के लक्षण प्रकट हो सकते है। इस तरह का संक्रामक काल 3 से 10 दिनों तक भी हो सकता है। डेंगू की शुरुआत तेज बुखार, सिरदर्द और पीठ में दर्द से होती है। शुरू के 3 से 4 घंटों तक जोड़ों में भी बहुत दर्द होता है। अचानक शरीर का तापमान 104 डिग्री और ब्लड प्रेशर भी नॉर्मल से बहुत कम हो जाता है। इसी मौसम में मलेरिया व चिकनगुनिया जैसी बीमारियां भी फैलती हैं।
 

पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें
मच्छर बचाव के लिए फूल बाजू के कपड़े पहनें। कूलर इत्यादि खाली रखे। बुखार के लक्ष्ण आते ही तुरंत चिकित्सक की सलाह ले। गंदे पानी में एमएलओ डाला जा रहा है तो साफ पानी में टेमिफॉस डाल रहे हंैं। इस बार नगर निगम फोगिंग का कार्य करेगा। जिस एरिया में डेन्सिटी ज्यादा है, वहां फोगिंग होगी।
– डॉ. एसएस चौधरी, सीएमएचओ
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