उई मां…आह .. उरे .. अरे बाप रे । छड़ी और बेंत की मार पर युवकों के मुंह से एेसी ही आवाजें निकल रही थीं। उन्हें पता था कि आज उनके बेंत पड़ेगी, लेकिन बेंत खाना शगुन मानने के कारण वे भी बेंत खाने के लिए यहां पहुंचे थे। जोधपुर के परकोटे में मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात महिलाओं के विश्वप्रसिद्ध धींगा गवर मेले की धूम रही। इस दौरान तीजणियों ने नेह के संग युवकों के बेंत मारी। एेसी मान्यता है कि जिस कुंआरे पुरुष के बेंत लगती है उसकी जल्दी शादी हो जाती है।
धींगा गवर मेले के दौरान राजस्थान पत्रिका ने भी सामाजिक सरोकारों का
निर्वाह किया। पत्रिका, बेंतमार गणगौर मेला कमेटी और विनोद ग्रुप ऑफ
कम्पनीज के संयुक्त तत्वावधान में सिटी पुलिस चाचा की गली में मंगलवार
रात गीत म्यूजिक और डान्स के संग सांस्कृतिक कार्यक्रम की धूम रही।
जेवरों से लकदक धींगा गवर प्रतिमा के दर्शन के लिए आई तीजणियों के समूह
को श्रेष्ठ गायन और आकर्षक स्वांग रचने वाली तीजणियों को स्मृति चिह्न,
प्रमाण पत्र व दुपट्टा भेंट कर उनका अभिनंदन किया या।
खाण्डा फलसा में धींगा गवर की धूम
धींगा गवर मेले के दौरान खूबसूरत और आकर्षक स्वांग रचकर आने वाली
तीजणियों को राजस्थान पत्रिका, नवयुवक मोहल्ला विकास समिति और संस्कृति
समृद्वि संस्थान की साझा मेजबानी में खांडा फ लसा मुख्य मार्ग पर उपहार
देकर उनका अभिनंदन किया गया। समिति के संरक्षक दीपक व्यास, मदनगोपाल
अग्रवाल, राजेंद्र व्यास, जितेंद्र चौहान व अभिषेक पुरोहित के संयोजन में
मेला खूब जमा।
पुष्टिकर स्कूल के बाहर बिखरी रंगोली की सुवास
राजस्थान पत्रिका, अद्भुत धींगा गवर युवा मंडल, विक्रम पब्लिक स्कूल और
जैन ईवंट की ओर से पुष्टिकर स्कूल के बाहर तीजणियों का सम्मान किया गया।
पारम्परिक गवर गीत गायन के लिए भव्य स्टेज बनाया गया था, जहां तीजणियों
ने शानदार प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। संयोजक मनीष थानवी ने बताया
कि श्रेष्ठ स्वांग रचने वाली तीजणियों और पारम्परिक गवर गीत प्रस्तुत
करने वाली तीजणियों का अभिनंदन व सम्मान किया गया।
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राजस्थान पत्रिका, नथावत नवयुवक मण्डल व अर्हम् ज्वैलर्स सरदारपुरा के
संयुक्त तत्वावधान में नथावतों की बारी के नीचे तीजणियों के सम्मान में
कार्यक्रम हुआ। मण्डल अध्यक्ष रविशंकर व्यास ने बताया कि बुन्दू खान व
उनके सहयोगी कलाकारों का पारम्परिक गणगौर गीत सभी के आकर्षण का केंद्र
रहा।
आडा बाजार कुम्हारिया कुआं गणगौर कमेटी की ओर से कुम्हारिया कुआं चौक में
गवर प्रतिमा विराजित की गई। कमेटी के महेश मंत्री ने बताया कि
सर्वश्रेष्ठ शृंगार कर गवर दर्शन के लिए पहुंचने वाली तीजणियों को
सम्मानित किया गया। कमेटी ने धींगा गवर मेले में पर्यावरण संरक्षण के लिए
हरियाली थीम रखी थी। इस दौरान शाकद्वीपीय ब्राह्मण धींगा गवर मेला समिति
की आेर से भी कई कार्यक्रम हुए। संयोजक कृष्णमुरारी शर्मा ने आवाजें निकल रही थीं
बताया कि समिति के तत्वावधान में जूनी धानमण्डी स्थित घनश्यामजी मंदिर के पास रात 9 बजे से देर रात तक धींगा गवर (बेंतमार) मेले की धूमधाम रही।