ये था मामला वीजा लेकर भारत आए पाकिस्तान के एक ही परिवार के नौ लोग वीजा खत्म होने के बावजूद यहां रहे रहे थे। मामला जब सीआईडी इंटेलीजेंस के पास आया तो उन्होंने सभी को दस्तयाब कर चार अगस्त की रात को थार एक्सप्रेस से जोधपुर से पाकिस्तान के लिए रवाना किया।
पुलिस के अनुसार पाक नागरिक चांदू पुत्र थानो, घायी पत्नी चांदू, भगवान पुत्र चांदू, राधा पत्नी भगवान, धरमी पुत्री भगवान, धीरो पुत्र लोनिओ, मूमल पत्नी धीरो, जयराम पुत्र धीरो व कविता पुत्री धीरो गत २० मई को भारत का वीजा लेकर यहां आए। इनका वीजा गत १८ जून को पूरा हो गया। इसकी जब सीआईडी इंटेलीजेंस जोधपुर की विंग को जानकारी मिली तो इस परिवार को जोधपुर से दस्तयाब किया। इन्हें शुक्रवार रात को जोधपुर से पाक जाने वाले थार एक्सप्रेस से पुलिस की मौजूदगी में रवाना किया।
दम्पती पहुंच गए थे सीमावर्ती क्षेत्र
दम्पती चांदू व पत्नी धायी विदेशी नागरिकों के लिए प्रतिबंधित सीमावर्ती क्षेत्र बाड़मेर जिले के रासलानी गांव रिश्तेदारों से मिलने पहुंच गए थे। चार जून को गडरा रोड थानाधिकारी ने दोनों को दस्तयाब कर अग्रिम कार्रवाई करने के लिए सीआईडी इंटेलीजेंस कार्यालय जोधपुर में पेश किया।
दम्पती चांदू व पत्नी धायी विदेशी नागरिकों के लिए प्रतिबंधित सीमावर्ती क्षेत्र बाड़मेर जिले के रासलानी गांव रिश्तेदारों से मिलने पहुंच गए थे। चार जून को गडरा रोड थानाधिकारी ने दोनों को दस्तयाब कर अग्रिम कार्रवाई करने के लिए सीआईडी इंटेलीजेंस कार्यालय जोधपुर में पेश किया।
डेढ़ माह रहे भारत में वीजा नियमों का उल्लंघन करने पर एसपी सीआईडी जोधपुर ने इस परिवार को नौ जून को ही भारत से पाकिस्तान जाने के निर्देश दिए थे। इसके लिए रवानगी भी दे दी गई थी। बाजवूद इसके यह परिवार पाक नहीं गया और यहां अवैध रूप से रहने लगा। सीमांत लोक संगठन अध्यक्ष हिन्दूसिंह सोढ़ा ने इस पर विरोध जताया है। सोढ़ा का कहना है कि सरकार के नियमों के तहत इस तरीके से पुलिस या एजेंसी पाक नागरिकों को यहां से नहीं भेज सकती।