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video : पाकिस्तान विस्थापित छात्राओं का भविष्य अंधकार में

locationजोधपुरPublished: Mar 16, 2018 01:21:22 am

Submitted by:

M I Zahir

केन्द्र सरकार के निर्देश के बावजूद पाकि स्तान विस्थापित बच्चों को परीक्षा में बैठने से वंचित किया जा रहा है।

pakistan migrant students problems

pakistan migrant student Devi

जोधपुर . केंद्र सरकार के निर्देश के बावजूद पाकि स्तान विस्थापित बच्चों को परीक्षा में बैठने से वंचित किया जा रहा है। केन्द्र सरकार के नोटिफिकेशन में स्पष्ट कहा गया है कि भारत में स्थाईवास चाहने के उद्देश्य से राजस्थान में आने वाले पाकिस्तानी नागरिकों के बच्चों को किसी भी प्रकार की शिक्षा के लिए विद्यालयों में प्रवेश देने से नहीं रोका जाए और उन्हें विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश देने की अनुमति दी जाए, लेकिन आए दिन विस्थापित बच्चों को पाकिस्तानी नागरिक होने के नाम पर रोका जा रहा है।
…वो पाकिस्तानी नागरिक है

चार साल पहले सिन्ध के मीरपुर खास से माता पिता के साथ जोधपुर आई बालिका देवी कुमारी ने राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल जयपुर में एडमिशन के लिए आवेदन किया, लेकिन परीक्षा काआवेदन केवल यह कह कर रद्द कर दिया कि वो पाकिस्तानी नागरिक है। देवी ने बताया कि वो अपनी पढ़ाई आगे जारी रखने के लिए ओपन स्कूल में प्रवेश लेना चाहती है और भविष्य में शिक्षक बन कर बच्चों को पढ़़ाना चाहती है।
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जोधपुर में एेसे हजारों बच्चे
देवी जैसे हजारों विस्थापित बच्चे जोधपुर ही नहीं, अपितु पूरे राजस्थान में हैं, जिन्हें केन्द्र सरकार के निर्देश के बावजूद केवल पाकिस्तान विस्थापित बता कर प्रवेश नहीं दिया जाता। नागरिकता के इंतजार में बैठे कई माता-पिता इस डर से बच्चों का दाखिला नहीं कराते कि पता नहीं लोग क्या कहेंगे। गौरतलब है कि अकेले जोधपुर में दो हजार से अधिक विस्थापित बच्चे स्कूलों में पढऩे से वंचित हैं। विस्थापित बच्चों को स्कूलों में एडमिशन और परीक्षा क्यूं नहीं देने देते, इस पर संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगना चाहिए।
हिन्दूसिंह सोढ़ा

अध्यक्ष, सीमांत लोक संगठन, जोधपुर

इनका कहना है …
पाकिस्तान विस्थापित छात्रा देवी का स्टेट ओपन परीक्षा का आवेदन पत्र रोका गया है। विभाग के सचिव ने इस बारे में भारतीय नागरिकता वाले बच्चों को ही शिक्षा के अधिकार का पात्र बताया है। जब उन्हें राज्य सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देश पत्र के बारे में बताया गया तो दो दिन पूर्व आवेदक छात्रा देवी की फाइल सचिवालय भेजी गई। फाइल ओके होने में कितना समय लगेगा पता नहीं।
-सतवीरसिंह यादव, महेश स्कूल जोधपुर

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