जोधपुर जिले के रुड़कली ग्राम के ऐतिहासिक जांबा तालाब पर शनिवार सुबह विश्नोई समाज की महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों सहित गांव के सभी 36 कौम के लोगों ने श्रमदान कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। फोटो : एसके मुन्ना
राजस्थान पत्रिका के महाभियान अमृतम् जलम् के तहत सामूहिक श्रमदान का शुभारंभ जंभेश्वर मंदिर के महंत बगड़ूदास व सरपंच कोजाराम, पूर्व सरपंच अप्पाराम बाबाल, जोराराम सिंवर, खंगार धायल आदि जलाशय से मिट्टी निकालकर किया। फोटो : एसके मुन्ना
करीब तीन घंटे तक चले श्रमदान कार्यक्रम में तालाब में मिट्टी की खुदाई से लेकर तालाब के कैचमेंट एरिया में अंग्रेजी बबूल के पेड़ों को देखते ही देखते साफ किया गया। फोटो : एसके मुन्ना
अमृतम जलम अभियान में विश्नोई समाज की महिलाओं के साथ गांव की अन्य जाति की महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों व युवाओं ने उत्साह से श्रमदान किया। गुरु जंभेश्वर के जयकारों और मंगलगीतों के बीच श्रमदान में हर कोई आहुतियां देने के लिए उतावला नजर आया। फोटो : एसके मुन्ना
महिलाएं अपनी सास, ननद, देवराणी जेठानी, भाभी व अन्य आस पड़ौस की महिलाओं के साथ समूह के रूप में मंगल गीत गाते हुए जांबा तालाब पहुंची और श्रमयज्ञ में अपनी आहुतियां प्रदान की। फोटो : एसके मुन्ना
धार्मिक महत्व से जुड़े प्राचीन जलाशय के बारे में ऐसी मान्यता है कि गुरु जंभेश्वर भगवान बिश्नोई धर्म की स्थापना के बाद धर्म प्रचार प्रसार के लिए भ्रमण के दौरान जलाशय की पाल पर भी कुछ देर विश्राम किया था। इसी वजह से जलाशय का नाम जांबा तालाब पड़ गया। फोटो : एसके मुन्ना
वर्तमान में यह तालाब वन्यजीवों और मवेशियों सहित आसपास के क्षेत्रवासियों के लिए जीवन दायक साबित हो रहा है। अमृत जलम अभियान के अंत में रामनिवास बुधनगर ने सभी ग्रामवासियों को जांबा तालाब और पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई। फोटो : एसके मुन्ना