कुछ दिन में जोधपुर जिले को मिलने वाला पानी भी कम हो गया है। पहले 270 क्यूसेक पानी प्रतिदिन इंदिरा गांधी नहर परियोजना से राजीव गांधी लिफ्ट केनाल को मिलता था। लेकिन अब 260 क्यूसेक यानि 10 क्यूसेक प्रतिदिन कम पानी मिल रहा है।
तख्तसागर से पाइप लाइन के जरिए पानी जोधपुर डिस्कॉम मुख्यालय परिसर में बनी हौदियों में जमा होगा। यहां से पम्प के जरिए लिफ्ट कर हाइडेंट के जरिए ट्रेन में भरा जाएगा। मंगलवार को रेलवे ट्रेक व डिस्कॉम परिसर में बने हौद का अधिकारियों ने जायजा लिया।
– 50 वैगन की वाटर ट्रेन अधिकतम जा सकती है जोधपुर से पाली। अभी 30 वैगन ही आए हैं।
– एक फेरे में 25 लाख लीटर पानी जाएगा।
– इस लिहाज से एक दिन में 10 एमएलडी पानी जोधपुर से वाटर ट्रेन के जरिए जाएगा।
– यह पानी कायलाना-तख्तसागर जलस्रोतों से ही भरा जाएगा। इसके लिए जोधपुर को कोई अतिरिक्त पानी नहीं मिलेगा।
– 24 घंटे का शटडाउन लेकर जलस्रोतों में करीब 12 एमसीएफटी पानी बचाया जा रहा है।
– 10 एमएलडी प्रतिदिन पानी वाटर ट्रेन से एक माह तक जाता है तो करीब 11 एमसीएफटी पानी जलस्रोतों में कम होगा।
– फिर वाटर लेवल बढ़ाने के लिए शटडाउन की संख्या बढ़ सकती है।
(1 एमसीएफटी : 28.5 एमएलडी)
पाली के जल संकट में हर पूरा सहयोग करेंगे। इसके लिए हमारे स्तर पर वाटर ट्रेन को भरवाने की व्यवस्था पूरी की जा रही है। साथ ही जोधपुर जलप्रदाय योजनाओं को भी सुचारु रखा जाएगा।
– दिनेश कुमार पेडीवाल, अधीक्षण अभियंता, पीएचईडी जोधपुर