प्रतिदिन दो फेरे होंगे
शुरुआत में ट्रेन के दो फेरे रोज होंगे, जिससे प्रतिदिन 40 लाख लीटर पानी ट्रेन के जरिए पाली पहुंच सकेगा। कोटा के कोच मरम्मत कारखाना से एक और रैक के उपलब्ध हो जाने के बाद मांग के अनुरूप दोनों रैकों का संचालन प्रतिदिन किया जाएगा। इसके बाद वाटर ट्रेन के प्रतिदिन चार फेरे होंगे और इससे पाली को 80 लाख लीटर पानी की आपूर्ति प्रतिदिन हो सकेगी ।
शुरुआत में ट्रेन के दो फेरे रोज होंगे, जिससे प्रतिदिन 40 लाख लीटर पानी ट्रेन के जरिए पाली पहुंच सकेगा। कोटा के कोच मरम्मत कारखाना से एक और रैक के उपलब्ध हो जाने के बाद मांग के अनुरूप दोनों रैकों का संचालन प्रतिदिन किया जाएगा। इसके बाद वाटर ट्रेन के प्रतिदिन चार फेरे होंगे और इससे पाली को 80 लाख लीटर पानी की आपूर्ति प्रतिदिन हो सकेगी ।
एक फेरे से मिलेंगे 3.24 लाख
भगत की कोठी स्टेशन से पाली तक वाटर ट्रेन के एक रैक के संचालन से रेलवे को राज्य सरकार से प्रति फेरा करीब 3.24 लाख रुपए का राजस्व बतौर वैगन किराया प्राप्त होगा।
भगत की कोठी स्टेशन से पाली तक वाटर ट्रेन के एक रैक के संचालन से रेलवे को राज्य सरकार से प्रति फेरा करीब 3.24 लाख रुपए का राजस्व बतौर वैगन किराया प्राप्त होगा।
पाली के लिए वाटर ट्रेन का संचालन संबंधी तैयारी पूरी कर ली गई है। पाली में पेयजल संकट की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए रेलवे राज्य सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर हरसंभव मदद करने को तत्पर है।
-गीतिका पांडेय, डीआरएम
जोधपुर मंडल.
-गीतिका पांडेय, डीआरएम
जोधपुर मंडल.
प्रतिदिन दो फेरे होंगे
शुरुआत में ट्रेन के दो फेरे रोज होंगे, जिससे प्रतिदिन 40 लाख लीटर पानी ट्रेन के जरिए पाली पहुंच सकेगा। कोटा के कोच मरम्मत कारखाना से एक और रैक के उपलब्ध हो जाने के बाद मांग के अनुरूप दोनों रैकों का संचालन प्रतिदिन किया जाएगा। इसके बाद वाटर ट्रेन के प्रतिदिन चार फेरे होंगे और इससे पाली को 80 लाख लीटर पानी की आपूर्ति प्रतिदिन हो सकेगी ।
शुरुआत में ट्रेन के दो फेरे रोज होंगे, जिससे प्रतिदिन 40 लाख लीटर पानी ट्रेन के जरिए पाली पहुंच सकेगा। कोटा के कोच मरम्मत कारखाना से एक और रैक के उपलब्ध हो जाने के बाद मांग के अनुरूप दोनों रैकों का संचालन प्रतिदिन किया जाएगा। इसके बाद वाटर ट्रेन के प्रतिदिन चार फेरे होंगे और इससे पाली को 80 लाख लीटर पानी की आपूर्ति प्रतिदिन हो सकेगी ।