समूचे मारवाड़ में इन दिनों सुबह होने के साथ आसमान से आग बरसना शुरू हो जाती है। रात पूरी तरह से ठंडी होने से पहले दिन निकल आता है। ऐसे में लोगों को रात में भी राहत नहीं मिल पा रही है। जोधपुर शहर में बुधवार दोपहर तापमान 44 डिग्री को पार कर गया। जोधपुर शहर में कल शाम चली हल्की आंधी से लोगों की उम्मीद परवान चढ़ी कि अब आंधी आएगी और आसमान में चढ़ी धूल तापमान को थाम लेगी, लेकिन आंधी शुरू होने से पहले थम गई। सुबह से चल रही हल्की हवा दोपहर को गर्म होकर लू में बदल गई। सूरज के तीखे तेवरों के चलते सुबह-सुबह ही गर्मी का एहसास होने लगता है। सुबह नौ बजे ही धूप में निकलना मुश्किल हो गया है। सूरज जैसे-जैसे आसमान के मध्य में चढ़ाई कर रहा था, अंबर से मानो अंगारे बरस रहे थे। दोपहर 12 बजे बाद शहर तवे की तरह तपने लगा। दोपहर में सूरज की गर्मी ने राहगीरों को झुलसाया तो वही लू से शरीर की नमी सूखने से लोग प्यास से तड़प उठे। गर्म हवा व भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग घरों में कैद हो गए। दोपहर में बाजारों व सड़कों पर सन्नाटा पसर गया।
सूर्यनगरी में बुधवार को न्यूनतम तापमान कल की तुलना में चार डिग्री सेल्सियस बढ़ोतरी के साथ 32.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अधिकतम तापमान 44 डिग्री मापा गया। प्रदेश के बारां और झालावाड़ शहर में अधिकतम तापमान दूसरे दिन भी 47 डिग्री रहा। बाड़मेर, जैसलमेर , श्रीगंगानगर भी भीषण गर्मी की चपेट में हैं। मौसम विभाग ने प्रदेश में लू चलने की चेतावनी दी है। पश्चिमी राजस्थान में 19 मई 2016 को इतनी अधिक गर्मी पड़ी थी कि तापमान के सभी पुराने रिकॉर्ड पिघल गए। इस दिन जोधपुर के फलोदी में तापमान 51 डिग्री तक पहुंच गया था। यह पूरे देश में सर्वाधिक तापमान का नया रिकॉर्ड था।