दरअसल, खानुसिंह गोगादेव के घर के आंगन में एक पीपल का पेड़ है। जिसे उन्हे रोज उन्हें पानी और सुरक्षा दी। वे उन्हें परिवार का सदस्य मानने लगे। पौधा अब बढकऱ वृक्ष बन गया हैं। खानुसिंह व उनके पुत्रों ने पर्यावरण सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से पेड़ की शादी कराने का फैसला किया। पेड़ों की सुरक्षा व धार्मिक महत्व का संदेश पहुंचाने के लिए इस शादी समारोह को कराने के लिए तैयार हो गए। शादी कार्ड पर ब्राह्मण द्वारा शुभ मुहूर्त व तिथि का भी अंकन किया गया है।
शादी में शामिल होने के लिए रिश्तेदारों, ग्रामीणों के साथ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को कार्ड भेजा गया है। शादी को लेकर उनके घर को पूरी तरह से रंग रोगन से तैयार कर लिया गया है। परिवार के लोग शादी के कार्ड बांट रहे है। क्षेत्र में पर्यावरण जागरुकता को लेकर गांवों में पीपल के पेड़ों की शादी करने का धार्मिक महत्व भी है।