गहलोत हेलिकॉप्टर से सबसे पहले बिलाड़ा तहसील के तिलवासनी गांव पहुंचे और स्व. काशीराम विश्नोई के घर जाकर उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान गहलोत की आंखें नम हो गई और वे काफी देर तक तस्वीर के सामने खड़े रहे। फिर उन्होंने खुद को सम्भाला और विश्नोई के परिजनों से मिलकर काशीराम के साथ बिताए दिनों को याद कर एक बार फिर भावुक हो गए। उन्होंने काशीराम के गत दिनों निधन पर ट्वीट करके कहा था कि काशीराम उनके अजीज मित्र थे।
गहलोत शोकाकुल परिजनों से भी मिले और उन्हें ढाढस बंधाया। इस दौरान पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़, राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र सोलंकी, राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल, जोधपुर नगर निगम (उत्तर) की महापौर कुंती देवड़ा परिहार तथा विधायक महेन्द्र विश्नोई, किशनाराम व हीरालाल मेघवाल एवं अन्य जन प्रतिनिधियों ने भी स्व. काशीराम विश्नोई को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहां से मुख्यमंत्री हेलिकॉप्टर से पीपाड़ शहर पहुंचे और पूर्व पार्षद व पूर्व सरपंच स्व. सत्यनारायण शर्मा के निवास पहुंचकर उनके निधन पर गहरा शोक प्रकट किया। गहलोत ने स्व. शर्मा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने स्व. शर्मा की धर्मपत्नी सविता दायमा व पुत्र शैलेश दाधीच से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया।
जैन मुनि हीराचंद की कुशलक्षेम पूछी
मुख्यमंत्री ने पीपाड़ शहर में जैन मुनि हीराचंद जी से मिलकर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। इससे पहले मुख्यमंत्री के हेलीपेड पहुंचने पर जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, आईजी पी.रामजी, पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल ने अगवानी की। पीपाड़ शहर नगरपालिका अध्यक्षा समू देवी ने मुख्यमंत्री का बुके भेंट कर स्वागत किया। पीपाड़ से जयपुर लौटते समय हेलीपैड परिसर में गहलोत ने पीपाड़ शहर के गणमान्य नागरिकों से भी मुलाकात की।